NEET Exam: डॉक्टर बनने का सपना लिए बिहार के एक युवक ने 700 किलोमीटर की दूरी तय की. इसके लिए उसने 24 घंटे से ज्यादा नॉन-स्टॉप यात्रा की, बसें बदलीं, कैब ली लेकिन फिर भी 10 मिनट परीक्षा में लेट होने से वो परीक्षा देने से चूक गया.
जी हां, 19 साल के संतोष कुमार यादव सिर्फ दस मिनट लेट होने के चलते एग्जाम देने से चूक गए. वो सॉल्टलेक के निजी स्कूल में जहां उनका परीक्षा केंद्र था, वहां प्रवेश से वंचित रह गए. संतोष कुमार यादव ने बताया कि उन्होंने गार्ड से अनुरोध किया, प्रिंसिपल से मिलने गया, लेकिन किसी ने परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी.
बिहार के दरभंगा जिले के रहने वाले युवक ने बताया कि उनकी बस शनिवार को भयंकर जाम में फंस गई थी, इसी के कारण वो परीक्षा देने से रह गए. किशोर ने बताया कि वो शनिवार सुबह 8 बजे बिहार से एक बस में सवार हुए थे. इसके बाद मुजफ्फरपुर और पटना के बीच बड़े पैमाने पर जाम था जिसके कारण उन्हें 6 घंटे का नुकसान हुआ. उन्होंने बताया कि हम पटना से रात 9 बजे निकले और रविवार को दोपहर लगभग 1 बजे कोलकाता पहुंचे. फिर मैंने एक कैब ली और दोपहर 1:40 बजे के आसपास परीक्षा केंद्र पर पहुंच गया.
परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने की समय सीमा दोपहर 1:30 बजे थी. एग्जाम दोपहर 2 बजे शुरू होने से आधा घंटा पहले पहुंचने का स्लॉट था. यादव का कहना है कि वह दो दिनों से बस का टिकट बुक करने की पूरी कोशिश कर रहा था और आखिरकार शनिवार को उसे टिकट मिल पाया. किसान के बेटे, संतोष ने अपनी कैब से परीक्षा केंद्र पहुंचने के लिए 300 रुपये का भुगतान किया.
किशोर ने दुखी मन से कहा कि मैंने एक महत्वपूर्ण वर्ष खो दिया है. अब देखेंगे कि क्या होता है. अब अगले साल की परीक्षा की तैयारी शुरू करनी होगी. इस तरह मायूसी के साथ वो फिर वापस अपने घर को लौट गए.