ईरान ने दावा किया है कि उसके पास एक नई अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है, जो लगभग तैयार है. यह मिसाइल 10,000 किलोमीटर दूर तक मार कर सकती है. अगर यह सच है, तो यह मिसाइल यूरोप और अमेरिका के कुछ हिस्सों तक पहुंच सकती है. यह खबर ईरानी न्यूज एजेंसी तस्नीम ने 7 नवंबर को दी. यह जानकारी X पर भी शेयर हुई. लेकिन पश्चिमी देशों ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है.
यह मिसाइल "लगभग सेवा के लिए तैयार" है. एक वीडियो में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कोर्प्स (IRGC) के कमेंट्री के साथ मिसाइल साइलो, मोबाइल लॉन्चर और पुरानी लॉन्चिंग की फुटेज दिखाई गई. वीडियो कहता है कि मिसाइल का विकास पूरा हो चुका है. लेकिन कोई स्वतंत्र साक्ष्य नहीं है, जैसे सैटेलाइट इमेज या 10,000 किमी की टेस्ट फ्लाइट का वीडियो.
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🇮🇷⚡️BREAKING: Iran’s new intercontinental missiles are nearly ready, capable of striking up to 10,000 km. That puts all of Europe, parts of North America, and even the US mainland in range.
Is Tehran targeting just overseas bases or the American homeland itself?
🇺🇸 The next… pic.twitter.com/2K8I7aelwu— WAR (@warsurveillance) November 7, 2025
पहले ईरान के नेता 2,000 किलोमीटर की रेंज की सीमा पर ही रुकते थे. यह सीमा गल्फ देशों, इजरायल और पूर्वी यूरोप तक कवर करती थी. लेकिन अब 10,000 किमी का दावा बहुत बड़ा बदलाव है. अगर यह मिसाइल काम करेगी, तो ईरान पहली बार अमेरिका के पूर्वी तट – जैसे वॉशिंगटन डीसी और न्यूयॉर्क – को निशाना बना सकेगा.
ईरान की मौजूदा मिसाइलें, जैसे खोरमशहर-4, सिर्फ 2,000-3,000 किमी दूर तक जाती हैं. 10,000 किमी के लिए नई तकनीक चाहिए...
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कई विशेषज्ञ मानते हैं कि ईरान का सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल प्रोग्राम (जैसे सिमोर्घ और कासेद) इसमें मदद कर रहा है. ये स्पेस मिशन के लिए हैं, लेकिन मिसाइल बनाने में भी इस्तेमाल हो सकते हैं. अमेरिकी रक्षा विभाग कहता है कि ये "दोहरे इस्तेमाल" वाले प्रोग्राम हैं – स्पेस और मिसाइल दोनों के लिए.

मिसाइल को रोड-मोबाइल लॉन्चर पर रखा जा सकता है, जो छिपाना आसान है. ईरान हाल में सॉलिड-फ्यूल वाली मिसाइलें पसंद कर रहा है, क्योंकि वे जल्दी लॉन्च हो जाती हैं. सुरक्षित रहती हैं. लेकिन इतनी लंबी रेंज के लिए सॉलिड फ्यूल बनाना मुश्किल है.
अगर यह मिसाइल काम करेगी, तो दुनिया बदल जाएगी...
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ईरान के नेता अब खुद को वैश्विक ताकत बता रहे हैं। यह दावा सिर्फ हथियार नहीं, बल्कि अमेरिका को चेतावनी है. ईरान पर सैंक्शन हैं और अंदर असंतोष बढ़ रहा है, इसलिए यह मनोवैज्ञानिक ताकत देता है.
ईरान अक्सर हथियारों की क्षमता बढ़ा-चढ़ाकर बताता है. इस दावे के साथ कोई फ्लाइट डेटा, प्रभाव वाली फुटेज या ट्रैकिंग नहीं है. वारहेड (विस्फोटक) कितना ताकतवर है, या न्यूक्लियर के लिए बनेगा या नहीं – यह स्पष्ट नहीं. ईरान न्यूक्लियर हथियार बनाने से इंकार करता है. विशेषज्ञ कहते हैं कि यह ब्लफ (धोखा) हो सकता है, या प्रोटोटाइप (नमूना). लेकिन घोषणा का मतलब साफ है: ईरान अमेरिका को सीधा निशाना बता रहा है.