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भारतीय नौसेना चार बड़े एम्फीबियस युद्धपोतों के लिए जल्द निकालेगी टेंडर

भारतीय नौसेना चार बड़े लैंडिंग प्लेटफॉर्म डॉक (LPD) युद्धपोतों के निर्माण के लिए जल्द टेंडर जारी करेगी. कीमत 80,000 करोड़ रुपये है. ये जहाज समुद्र से किनारे पर लंबे ऑपरेशन चलाएंगे, ड्रोन उड़ाएंगे. एलएंडटी, मझगांव डॉक जैसे भारतीय बिल्डर लीड करेंगे. अंतरराष्ट्रीय पार्टनर डिजाइन देंगे. एयर डिफेंस और एंटी-शिप मिसाइल से लैस.

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इसी तरह का होता है एम्फीबियस वॉरशिप. (Photo: Representational/X/@NewsIADN)
इसी तरह का होता है एम्फीबियस वॉरशिप. (Photo: Representational/X/@NewsIADN)

भारतीय नौसेना जल्द ही चार बड़े आकार के युद्धपोतों के निर्माण के लिए टेंडर जारी करने वाली है. ये युद्धपोत लैंडिंग प्लेटफॉर्म डॉक (LPD) कहलाते हैं. इनकी कीमत करीब 80,000 करोड़ रुपये होगी. ये जहाज नौसेना को समुद्र से किनारे पर लंबे समय तक ऑपरेशन चलाने की ताकत देंगे.

इन युद्धपोतों से फिक्स्ड-विंग नेवल ड्रोन उड़ाए जा सकेंगे. ये कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की तरह काम करेंगे, ताकि समुद्र से किनारे पर हमले आसानी से हो सकें. इंडिया टुडे को दिए बयान में रक्षा अधिकारियों ने कहा कि रक्षा मंत्रालय जल्द ही नौसेना के इस प्रस्ताव पर ऊपरी स्तर की बैठक में फैसला लेगा. यह देश में सतह के युद्धपोत बनाने का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट होगा.

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भारत में ही बनेंगे चारों युद्धपोत

इस कॉन्ट्रैक्ट में भारतीय शिपबिल्डर मुख्य भूमिका निभाएंगे. इसमें एलएंडटी, मझगांव डॉकयार्ड, कोचिन शिपयार्ड और हिंदुस्तान शिपबिल्डर्स लिमिटेड जैसे बड़े खिलाड़ी हिस्सा लेंगे. अंतरराष्ट्रीय कंपनियां जैसे नावांटिया, नेवल ग्रुप और फिनकैंटिएरी डिजाइन पार्टनर होंगी. ये जहाज भारत में ही बनेंगे और पूरी तरह एकीकृत होंगे.

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एम्फीबियस वॉरशिप की है जरूरत

नौसेना कई सालों से अपनी एम्फीबियस वारफेयर क्षमता बढ़ाने की कोशिश कर रही है. 2021 में LPD प्रोजेक्ट के लिए रिक्वेस्ट फॉर इंफॉर्मेशन जारी की गई थी. नौसेना चाहती है कि ये युद्धपोत हवाई खतरों से खुद को बचा सकें. इनमें एयर डिफेंस सिस्टम होंगे. हमला करने की ताकत भी होगी, जैसे लंबी दूरी के एंटी-शिप मिसाइल और ड्रोन.

ये युद्धपोत नौसेना को मजबूत बनाएंगे. समुद्र से किनारे पर सैनिक उतारने और हमले करने की क्षमता बढ़ेगी. यह प्रोजेक्ट भारत की रक्षा ताकत को नई ऊंचाई देगा. 

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