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कार निकोबार एयर बेस का रनवे हुआ अपग्रेड... CDS 2 जनवरी को करेंगे उद्घाटन

कार निकोबार वायुसेना बेस का रनवे अपग्रेड हो गया है. सीडीएस जनरल अनिल चौहान 2 जनवरी 2026 को इसका उद्घाटन करेंगे. अपग्रेड में बड़ा एप्रन, नया टैक्सी ट्रैक और Su-30MKi विमानों की तैनाती शामिल है. मलक्का जलडमरूमध्य पर नजर रखने वाला यह बेस रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है. मिसाइल परीक्षण क्षमता बढ़ाएगा.

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ये है कार निकोबार एयरबेस का नया अपग्रेडेड रनवे. (Photo: ITG)
ये है कार निकोबार एयरबेस का नया अपग्रेडेड रनवे. (Photo: ITG)

भारतीय वायुसेना के कार निकोबार एयर बेस को बड़ा अपग्रेड मिला है. अंडमान और निकोबार कमांड के तहत आने वाले इस महत्वपूर्ण बेस का रनवे नया बनाया गया है. रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान 2 जनवरी 2026 को इस अपग्रेडेड रनवे का उद्घाटन करेंगे.

यह बेस अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में स्थित है. रणनीतिक रूप से बहुत अहम है. यहां से मलक्का जलडमरूमध्य पर नजर रखी जा सकती है, जो दुनिया की सबसे व्यस्त समुद्री व्यापार मार्गों में से एक है.

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रनवे की खासियतें

कार निकोबार एयर फोर्स स्टेशन का रनवे करीब 2717 मीटर लंबा और 43 मीटर चौड़ा है. यह कंक्रीट का बना हुआ है. तीनों सेनाओं (थलसेना, वायुसेना, नौसेना) के लिए महत्वपूर्ण लॉजिस्टिक्स और ऑपरेशनल हब का काम करेगा.

अपग्रेड में शामिल हैं...

  • बड़ा एप्रन एरिया – अब ज्यादा विमान एक साथ खड़े हो सकते हैं और ऑपरेशन तेजी से हो सकेंगे.
  • नया टैक्सी ट्रैक – जो जरूरत पड़ने पर दूसरा रनवे बन सकता है.
  • नई डिटैचमेंट के साथ 37 विंग बेस अब और मजबूत हो गया है.

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लड़ाकू विमानों की तैनाती

यहां Su-30MKI लड़ाकू विमान मुख्य भूमिका निभाएंगे. इसके बाद मिराज विमान भी आएंगे. ये विमान लंबी दूरी की फायरिंग और स्ट्राइक अभ्यास करेंगे, जिससे पूर्वी क्षेत्र में लड़ाकू तैयारी बढ़ेगी.

मिसाइल परीक्षण में मदद

यह अपग्रेड अंडमान-निकोबार क्षेत्र में भारतीय सेनाओं की मिसाइल परीक्षण क्षमता को भी बढ़ाएगा. इससे भारत की रक्षा स्थिति और मजबूत होगी. यह अपग्रेड भारत की चल रही आधुनिकीकरण योजनाओं का हिस्सा है. विशेषज्ञों का कहना है कि इससे हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की स्थिति और मजबूत होगी.

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