उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम ने साल 1993 में हुए देवबंद विस्फोट मामले के मुख्य आरोपी नजीर अहमद वानी को जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले से गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अधिकारियों ने इस गिरफ्तारी के सिलसिले में मंगलवार को जानकारी दी.
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में आरोपी नजीर अहमद वानी ने बडगाम विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के खिलाफ चुनाव लड़ा था. लेकिन वो नाकाम रहा. उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम ने जम्मू-कश्मीर पुलिस की मदद से उसे मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया.
एक पुलिस अधिकारी ने इस बारे में पीटीआई को जानकारी देते हुए बताया कि 51 वर्षीय वानी ने अपने चुनावी हलफनामे में अपना पेशा व्यवसाय बताया था. जबकि वह 1993 के विस्फोट मामले में जमानत पर बाहर था. उस वक्त देवबंद में हुए बम धमाके में दो यूपी पुलिस कर्मियों सहित चार लोग घायल हुए थे.
वानी को 1993 में गिरफ्तार किया गया था और 1994 में उसे जमानत मिल गई थी, इसलिए उसे रिहा कर दिया गया था. हालांकि, उसने अपनी जमानत की शर्तों का पालन नहीं किया और वह फरार हो गया था.
आरोपी नजीर अहमद वानी के खिलाफ पिछले वर्ष बडगाम जिले में गलत तरीके से रोकने और आपराधिक धमकी का मामला दर्ज किया गया है. लेकिन इस बार जब वह चुनाव लड़ रहा था तो उसने अपने चुनावी हलफनामे में देवबंद विस्फोट मामले का उल्लेख नहीं किया था.