छत्तीसगढ़ के रायपुर शहर में एक महिला हॉस्टल की वॉर्डन से मारपीट करने और गाली-गलौज करने के आरोप में एक ट्रैफिक पुलिस इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है. शराब के नशे में इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस अधिकारी ने हॉस्टल में वेश्यालय चलाने का आरोप लगाते हुए आदिवासी वॉर्डन को मारना पीटना शुरू कर दिया था.
यह घटना गंज थाना इलाके के एक महिला छात्रावास में सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी. दरअसल, रायपुर के देवेंद्र नगर में एक प्राइवेट गर्ल्स हॉस्टल में दाख़िल होने पर इंस्पेक्टर राकेश चौबे शराब के नशे में था. उसने आदिवासी वॉर्डन पर वेश्यालय चलाने का आरोप लगाया और उसे मारना शुरू कर दिया और यह मारपीट की घटना हॉस्टल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई.
हमले के बाद पीड़िता और हॉस्टल के मालिक ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया और रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) प्रशांत अग्रवाल ने मामले का संज्ञान लिया और यातायात पुलिस निरीक्षक राकेश चौबे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. राकेश चौबे रायपुर में ट्रैफिक मुख्यालय में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं.
निलंबन आदेश के तहत महिला ने आरोप लगाया है कि दरोगा ने छात्रावास में पहुंचकर उसके साथ अभद्रता की और मारपीट की. रायपुर स्थित यातायात मुख्यालय में तैनात दरोगा के अनुशासनहीनता व अभद्र व्यवहार से पुलिस विभाग की छवि धूमिल हुई है. इसलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर रिजर्व सेंटर रायपुर से अटैच किया गया है.
पत्रकारों से बात करते हुए, छात्रावास के मालिक ने आगे दावा किया कि पुलिसकर्मी ने उसके साथ भी मारपीट की और उसके बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की.