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वॉन्टेड अपराधी को पकड़ने पहुंची दिल्ली पुलिस की टीम पर हमला, सरकारी वाहन भी क्षतिग्रस्त

द्वारका के मोहन गार्डन थाने के पुलिसकर्मियों की टीम एक वॉन्टेड अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए इलाके में पहुंची थी. जिसके खिलाफ डकैती और झपटमारी के कई मामले दर्ज हैं. तभी स्थानीय लोग वॉन्टेड अपराधी के समर्थन में उतर आए और पुलिस टीम पर हमला कर दिया.

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हमले के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया
हमले के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया

दिल्ली पुलिस की एक टीम पर उस वक्त कुछ लोगों ने हमला कर दिया, जब वे एक अपराधी को पकड़ने के लिए दबिश देने पहुंचे थे. यह वारदात देर रात की है. पुलिस एक सूचना के आधार पर एक वॉन्टेड अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए गई थी. लेकिन मौके पर अपराधी के परिजनों ने कुछ लोगों के साथ मिलकर पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया.

यह वारदात पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डन की है. स्थानीय पुलिस के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि यह घटना दरम्यानी रात को उस वक्त हुई जब द्वारका के मोहन गार्डन थाने के पुलिसकर्मियों की एक टीम वॉन्टेड अपराधी आदिल को गिरफ्तार करने इलाके में पहुंची थी. आदिल के खिलाफ डकैती और झपटमारी के कई मामले दर्ज हैं. 

जब पुलिस वहां पहुंची को स्थानीय लोग वॉन्टेड अपराधी के समर्थन में उतर आए और पुलिस टीम की आवाजाही में बाधा डाली. उन पर कथित रूप से हमला किया. इस घटना के दौरान तीन पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आईं हैं. 

पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) विचित्र वीर ने इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हमले के बाद राजौरी गार्डन और तिलक नगर पुलिस थानों से अधिक संख्या में पुलिसकर्मियों को मौके पर बुलाया गया. और इसके बाद आरोपी आदिल, उसके माता-पिता और चचेरे भाई को पुलिस ने मौके से पकड़ लिया.

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एक पुलिस अफसर ने कहा कि उन्होंने पुलिस टीम पर हमला करने के आरोप में कुछ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. पुलिस के अनुसार, रविवार शाम को मोहन गार्डन पुलिस स्टेशन की पुलिस की एक टीम ने आदिल का पता लगाया.

डीसीपी विचित्र वीर ने कहा कि रात करीब 9 बजे, जब टीम आदिल के घर पहुंची, तो उसके माता-पिता और अन्य रिश्तेदारों ने उनका रास्ता रोक दिया. जब पुलिस टीम ने उनका विरोध किया, तो आदिल और उसके परिवार के सदस्यों ने उन पर हमला कर दिया और उनकी कार को भी निशाना बनाया. हमले में कार क्षतिग्रस्त हो गई. 

एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि हल्का बल प्रयोग कर पुलिस आदिल के नाराज परिजनों पर काबू पाने में कामयाब रही. अधिकारी ने कहा कि आईपीसी की धारा 186 (लोक सेवक को सार्वजनिक कार्यों के निर्वहन में बाधा डालना) और 353 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल) के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने कहा कि घटना में शामिल लोगों की पहचान करने के लिए आगे की जांच जारी है.

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