IL&FS ग्रुप ( इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज) के पूर्व अध्यक्ष रवि पार्थसारथी को एक लाख करोड़ रुपये के एक घोटाले के मामले में अरेस्ट कर लिया गया है. उन्हें EOW यानी इकोनोमिक ऑफेंस विंग ने इस मामले में अरेस्ट किया है. EOW ने एक स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा है कि पार्थसारथी IL&FS को हेड कर रहे थे जिसमें 350 ग्रुप फर्म शामिल हैं. और इनका उपयोग धोखाधड़ी के करने के लिए एक वाहन की तरह किया गया.
चेन्नई पुलिस की इकोनोमिक ऑफेंस विंग ने इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (आईएल एंड एफएस) समूह के पूर्व प्रमुख रवि पार्थसारथी को 1 लाख करोड़ के मामले में गिरफ्तार कर लिया है. एक स्टेटमेंट जारी करते हुए चेन्नई EOW ने कहा है- 1 लाख करोड़ के IL&FS के घोटाले के सरगना और मास्टरमाइंड रवि सारथी को अरेस्ट EOW द्वारा अपराध संख्या 13/2020, तारीख 20.09.2020 मामले में अरेस्ट कर लिया गया है.
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आपको बता दें कि IL&FS के पूर्व चीफ रवि पार्थसारथी की कहानी उनका उदय और पतन भी उनकी कंपनी के जैसा ही रहा है.
सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) में अग्रणी रही ये कंपनी साल 2019 में तब चर्चा में आ गई थी जबकि इसने लोन चुकाने में असमर्थता जाहिर कर दी थी. इस एक कंपनी ने पूरे गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) क्षेत्र को तगड़ा झटका दिया था. पार्थसारथी की दखल राजनीति में भी अच्छी खासी रही थी, वे तीन दशकों तक कंपनी का सबसे बड़े चेहरा थे. कंपनी में हुए हजारों करोड़ों के उलटफेर के लिए उन्हें ही दोषी माना जाने लगा.