इजरायली हमले में गाजा पूरी तरह तबाह हो चुका है. दीर अल-बलाह, खान यूनिस और वेस्ट बैंक में इजरायली सेना ने भीषण हवाई हमले किए हैं. इसमें करीब 17 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. मरने वालों में कई ऐसे लोग भी थे जो जान बचाने के लिए खास यूनिस से भाग कर दीर अल बलाह आए थे.
गाजा के दीर अल-बलाह शहर पर हुए हवाई हमले में 8 लोग मारे गए. इनमें चार बच्चे दो महिलाएं भी शामिल हैं. मारे गए ये सभी फिलिस्तीनी विस्थापित होकर खान यूनिस से भागकर यहां आए थे. वहीं, खान यूनिस शहर में हुए इजरायली हमले में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग जख्मी हुए हैं.
सोमवार को इजरायाली सेना ने खान यूनिस शहर को खाली करने का आदेश दिया था. इसके बाद से बड़े पैमाने पर पलायन जारी है. यूरोपीय अस्पताल भी खाली कर दिया गया है. एक ओमरान अल-शेख ने बताया, ''मैं बाहर नहीं जा सकता. हिल भी नहीं सकता. मैंने कल से कुछ भी नहीं खाया है.''
गाजा के अलावा वेस्ट बैंक भी लगातार इजरायली सेना के निशाने पर है. वेस्ट बैंक के तुल्कर्म में नूर शम्स शरणार्थी शिविर पर आईडीएफ ने हमला किया, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई. पिछले साल 7 अक्टूबर के बाद से इज़रायली हमले में गाजा में अब तक करीब 38 हज़ार फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं.
उधर, इजरायल और लेबनान के हिजबुल्लाह के बीच टकराव लगातार बढ़ता ही जा रहा है. ये टकराव कभी भी भीषण जंग में तब्दील हो सकता है. ऐसे में इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने लेबनान से लगती सीमा का दौरा किया और सैनिकों से मुलाकात कर ताजा हालात का जायजा लिया.

बॉर्डर पर पहुंचे इजरायली रक्षा मंत्री ने कहा था कि इजरायल शांति चाहता है, लेकिन हिजबुल्लाह यदि हमले जारी रखता है तो इजरायल जंग से पीछे नहीं हटेगा. हालांकि उन्होंने ये भी कहा था कि उत्तर में सैन्य टकराव का एक राजनीतिक विकल्प भी तैयार किया जा रहा है.
रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा था, "हमारे विकल्प महत्वपूर्ण हैं. हम दोनों पर काम कर रहे हैं. पहला कि सशक्त सैन्य बल को तैयार करना. दूसरा राजनीतिक विकल्प तैयार किया जा रहा है. यह हमेशा बेहतर होता है. हम युद्ध नहीं चाहते, लेकिन मजबूर किया गया तो किसी को छोड़ेंगे नहीं.''
पिछले साल 7 अक्टबूर को इजरायल पर हुए हमास के हमले के बाद से ही लेबनान बॉर्डर पर भारी बमबारी का दौर जारी है. इजरायल की सेना जहां लेबनान के अंदर घुस कर हिजबुल्लाह के ठिकानों पर बमबारी कर रही है. वहीं जवाबी कार्रवाई के तहत हिजबुल्लाह भी रॉकेट की बारिश कर रहा है.
हिजबुल्लाह के हमले की वजह से इजरायल के कई शहर और गांव पूरी तरह से खाली हो चुके हैं. इसके साथ ही हिजबुल्लाह के हमले में इजरायल के एक दर्जन से ज्यादा सैनिक अबतक हताहत हुए हैं. वहीं इजरायली हमले में लेबनान में 200 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.