बांग्लादेश के कोमिला जिले में बलात्कार की एक दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई, जिसने झकझोर दिया है. महज 35 हजार टका की उधारी के लिए एक हिंदू महिला को पहले निर्वस्त्र किया गया, फिर उसके साथ बलात्कार करते हुए बर्बरता की सारी हदें पार कर दी गईं. आरोपी फजर अली एक कथित स्थानीय नेता है, जो खुद को खालिदा जिया की बीएनपी यानी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी से जुड़ा बताता है.
इस वारदात का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है. गुस्साए हिंदू समुदाय ने सड़कों पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया है. पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें वारदात को अंजाम देने वाला आरोपी और वीडियो शूट करने वाले लोग भी शामिल हैं. पीड़िता के भाई ने खुलासा कि उसके परिवार ने आरोपी फजर अली से 35 हजार टका उधार लिया था. इसे चुकाने की तारीख निकल गई थी.
दरवाजा नहीं खोला, तो आरोपी तोड़कर अंदर घुस गया
पैसे नहीं मिलने से नाराज फजर अली गुरुवार रात करीब 11 बजे उनके घर आ धमका. उस वक्त घर में पीड़ित महिला अपनी छोटी बच्ची के साथ अकेली थी. उसके परिवार के लोग घर बाहर गए हुए थे. आरोपी ने घर दरवाजा खटखटाया. दरवाजा महिला ने दरवाजा खोलने से मना कर दिया. लेकिन फजर अली आगबबूला हो गया. उसने दरवाजे को धक्का मारकर तोड़ दिया और घर के अंदर घुस गया.

पहले कपड़े फाड़े, फिर बर्बरता, चीख सुन पहुंचे लोग
घर के भीतर घुसते ही आरोपी ने महिला को जबरन निर्वस्त्र किया. फिर उसे अपनी हवस का शिकार बनाया. उसकी चीखों की गूंज जब मोहल्ले तक पहुंची, तो कुछ लोग दौड़ते हुए घर की ओर पहुंचे. मौके पर पहुंचते ही उन्होंने महिला और आरोपी को आपत्तिजनक हालत में देखा. उसी दौरान किसी ने मोबाइल निकालकर वीडियो शूट कर लिया. लेकिन उस वक्त तक सच किसी को नहीं पता था.
भीड़ ने महिला को ही पीटा, फिर खुली हकीकत
शुरुआत में लोगों को लगा कि महिला ही दोषी है. उसे जमकर पीटा गया. लेकिन जब उसने अपनी आपबीती सुनाई, तो भीड़ का गुस्सा आरोपी पर टूट पड़ा. फजर अली को मौके पर ही बुरी तरह पीटा गया. लेकिन वह किसी तरह भाग निकला. वह पहले कोमिला के एक अस्पताल में भर्ती हुआ, फिर वहां से फरार होकर ढाका पहुंचा. लेकिन पुलिस ने उसे ट्रैक कर लिया और ढाका से गिरफ्तार कर लिया.
ड्रग्स-जुए का कारोबारी नेता बनकर धौंस जमाता
स्थानीय लोगों ने बताया कि फजर अली इलाके में ड्रग्स और जुए का धंधा करता था. खुद को खालिदा जिया के नेतृत्व वाली बीएनपी का सदस्य बताता था, लेकिन उसके पास कोई आधिकारिक पद नहीं था. इस वारदात से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर डालने के मामले में चार और युवकों को पकड़ा गया है. पुलिस इन सभी से पूछताछ कर रही है. इसके साथ ही इस मामले की विस्तृत जांच की जा रही है.