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फर्जी आधार और पैन कार्ड के जरिए बैंक और फाइनेंस कंपनियों को लगाते थे चूना, दो गिरफ्तार

यूपी की नोएडा पुल‍िस ने एक ऐसे ग‍िरोह को अपने श‍िकंजे में ल‍िया है ज‍िसने बैंक और फाइनेंस कंपनियों से करोड़ों रुपये ठगे. फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड बना कर ये ठगी की गई.

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Representative image
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स्टोरी हाइलाइट्स
  • फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड बनाकर ठगी करता था ग‍िरोह
  • पर्सनल लोन लेकर करते थे ठगी

फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड बनाकर बैंक और फाइनेंस कंपनियों से करोड़ों रुपये ठगने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है. पुलिस ने दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जबकि पांच सदस्य अभी फरार हैं. गिरफ्तार किए गए आरोपियों से 40 फर्जी आधार कार्ड, 26 फर्जी पैन कार्ड और 16 फर्जी वोटर आईडी कार्ड और 22 चेक बुक बरामद किए गए हैं. 

पुलिस ने दिल्ली के हिम्मतपुरी निवासी रोशन उर्फ केशव और वीरेन्द्र को उनके ऑफिस तराना कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड ई-12/2 ग्राउंड फ्लोर सेक्टर 01, नोएडा से गिरफ्तार कर लिया है.

श‍िकायत पर मुकदमा दर्ज 

एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि सेक्टर 20 थाने में बजाज फाइनेंस कंपनी के अधिकारी नारायण की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया था. 

उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी से 14 जून 2021 को 15 लाख रुपये का लोन लिया गया था, जो फर्जी कागजों पर लिया गया और अब उस पते पर कोई नहीं मिल रहा है. इसकी जांच में पुलिस टीमें जुटीं तो इस गिरोह के पूरे खेल का खुलासा हुआ. गिरोह ने पहले सेक्टर 6 में और फिर सेक्टर एक में ताराना कम्युनिकेशन के नाम से अपना ऑफ‍िस खोला था. वह फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड तैयार कर उनके माध्यम से पर्सनल लोन लेते थे. 

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रणविजय सिंह ने बताया इस गैंग का मास्टर माइंड अजय को बताया जा रहा है. इस गैंग ने आठ बैंक और फाइनेंस कंपनियों से 21 बैंक खातों में करोड़ों रुपये का लोन लेने की जानकारी अभी तक मिली है. इसमें एक खाते में 15 लाख और अन्य खातों में दस-दस लाख रुपये का लोन लिया गया था. इसके लिए लगाए गये कागजों की जब जांच की गई तो वह सभी फर्जी मिले. इस गैंग के पांच सदस्य अजय, मनोज, वैभव, किशन उर्फ अजय, वृन्दा शर्मा अभी फरार है जिनकी तलाश की जा रही है. 

 

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