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बिहार के मोस्ट वांटेड अपराधी की लखनऊ में गोली मारकर हत्या, पत्नी और बच्चों को बनाया बंधक

Lucknow: लखनऊ में नकली पुलिस ने दिनदहाड़े रेलवे के कॉन्ट्रैक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी. हत्या के दौरान ठेकेदार की पत्नी और बच्चों को दूसरे कमरे में बंधक बना लिया गया था. मृतक ठेकेदार बिहार पुलिस का मोस्ट वांटेड अपराधी था. बिहार में उसके खिलाफ 23 मुकदमे दर्ज थे.

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CCTV कैमरे में कैद हुए बदमाश.
CCTV कैमरे में कैद हुए बदमाश.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • परिवार को बंधक बनाकर ठेकेदार की कर दी हत्या
  • हनीट्रैप में फंसाकर पहले भी मारी थी ठेकेदार को गोली
  • बिहार पुलिस का मोस्ट वांटेड अपराधी था ठेकेदार

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस की वर्दी में आए बदमाशों ने दिनदहाड़े बिहार के मोस्ट वांटेड अपराधी और ठेकेदार वीरेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी. उस दौरान पत्नी और बच्चों को दूसरे कमरे में बंधक बना लिया था. यही नहीं, मृतक की सुरक्षा में तैनात गार्ड भी मौके से फरार हो गए. पुलिस सीसीटीवी की मदद से बदमाशों को तलाश रही है.

जानकारी के मुताबिक, लखनऊ के कैंट थाना क्षेत्र के नीलमत्था में रहने वाले वीरेंद्र रेलवे का कांट्रेक्टर था. पहली बीवी से तलाक के बाद उसने दूसरी शादी की थी. दूसरी बीवी और पहली बीवी से हुए तीन बच्चों के साथ वह नीलमत्था में रहता था. घटना के दिन वीरेंद्र अपनी दूसरी पत्नी खुशबू तारा और 2 बच्चों के साथ घर पर मौजूद था. घर में गार्ड भी मौजूद थे.

बताया जा रहा है कि शनिवार को 4 बदमाश पुलिस वर्दी में ठेकेदार के घर आए. जैसे ही गार्ड ने दरवाजा खोला तो बदमाशों ने उसे धमकाया. फिर सीधे ठेकेदार के कमरे में गए. वहां मौजूद ठेकेदार की पत्नी और बच्चों को दूसरे कमरे में ले जाकर बंधक बना लिया.
 बदमाश दोबारा ठेकेदार के कमरे में आए और उसके सिर व गर्दन में गोली मार दी. गोली लगते ही ठेकेदार की मौके पर मौत हो गई.

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घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी भी मौके से फरार हो गए. लेकिन जाते-जाते घर में लगे सीसीटीवी का डीवीआर निकालकर भी ले गए ताकि किसी को सबूत ना मिल सके.

चार में दो बदमाशों ने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी और दो सादी वर्दी में थे. वे सभी मारुति कार में सवार होकर ठेकेदार के घर तक आए थे. घर से करीब 500 मीटर दूर ही उन्होंने गाड़ी पार्क कर दी थी. पुलिस को यह जानकारी इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर मिली.

हनीट्रैप में फंसाकर मारी थी गोली

पुलिस के मुताबिक, इससे पहले 2019 में वीरेंद्र को हनीट्रैप में फंसाया गया था. उसके विरोधी ठेकेदार ने अपनी बेटी से वीडियो कॉल करवाकर उसे हनीट्रैप में फसाया. इसके बाद दो लड़कियों को भेजकर उसे चारबाग के होटल में बुलाया गया. वीरेंद्र होटल पहुंचता, इसके पहले ही छोटी लाइन के पास उसे गोली मार दी गई. गोलियां उसकी रीढ़ की हड्डी में लगी और वह अपाहिज हो गया. इस केस में पुलिस ने दो महिलाओं और गोली मारने वाले एक इंजीनियरिंग छात्र को कोलकाता से गिरफ्तार किया था.

बिहार पुलिस का मोस्ट वांटेड अपराधी था वीरेंद्र

पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के मुताबिक, वीरेंद्र रेलवे के स्टैंड के ठेके लेता था. कोलकता से लेकर यूपी तक उसके पास करोड़ों के ठेके थे. वह बिहार पुलिस का मोस्ट वांटेड अपराधी भी था. बिहार में उसके खिलाफ 23 मुकदमे दर्ज थे. चारबाग स्टेशन के एक ठेके को लेकर 2019 में उसका विवाद भी हुआ था.

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