महाराष्ट्र के नागपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) से आत्महत्या की एक दर्दनाक घटना सामने आई है. 22 साल के इंटर्न डॉक्टर संकेत पंडितराव दाभाड़े ने हॉस्टल के बाथरूम में फांसी लगाकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली. रविवार दोपहर उनका शव फंदे से झूलता मिला, जिसके बाद पूरे कैंपस में सनसनी फैल गई.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि संकेत दाभाड़े मूल रूप से परभणी जिले के जिंतूर का रहने वाला था. उसने हाल ही में MBBS की पढ़ाई पूरी की थी. इस समय AIIMS में इंटर्नशिप कर रहा था. शनिवार रात को उसे आखिरी बार दोस्तों ने देखा था. लेकिन रविवार को जब वह सुबह हॉस्टल से बाहर नहीं निकला, तो साथियों को शक हुआ.
इसके बाद हॉस्टल वार्डन को सूचना दी गई. वार्डन ने कमरा खोला तो संकेत का शव बाथरूम के दरवाजे से लटका हुआ था. तुरंत पुलिस को सूचना दी गई. सोनेगांव थाने की पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है. मृतक डॉक्टर का मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है. पुलिस उसकी जांच में जुटी है.
पुलिस ने मोबाइल फोन जब्त क्यों किया है?
मोबाइल फोन में मौजूद कॉल डिटेल, चैट और डिजिटल रिकॉर्ड से उसकी मानसिक स्थिति और संभावित कारणों का पता लगाया जा सके. इस मामले में आकस्मिक मौत का केस दर्ज किया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. इस मामले ने मेडिकल छात्रों और डॉक्टरों को गहरे सदमे में डाल दिया है. पूरे कैंपस में हड़कंप है.
ट्रॉमा सेंटर में न्यूरो सर्जन ने की थी खुदकुशी
बताते चलें कि पिछले साल अगस्त में दिल्ली AIIMS के न्यूरो सर्जन डॉ. राज घोनिया ने भी आत्महत्या कर ली थी. 34 वर्षीय डॉ. घोनिया, जो मूल रूप से राजकोट के रहने वाले थे, AIIMS ट्रॉमा सेंटर में एसआर न्यूरो सर्जन के पद पर कार्यरत थे. इस मामले में पुलिस जांच में सामने आया था कि उनका पत्नी से विवाद चल रहा था.
डॉक्टर ने अपने सुसाइड नोट में क्या लिखा
इस घटना वाले दिन उनकी पत्नी रक्षा बंधन पर अपने मायके गई हुई थी. इसी बीच डॉक्टर ने कथित तौर पर दवाओं का ओवरडोज लेकर जान दे दी. उनके कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला था. इसमें उन्होंने साफ लिखा था कि जान देने का फैसला उन्होंने अपनी मर्जी से लिया है. इस मामले में किसी को दोषी न ठहराया जाए.
खुदकुशी का विचार आने पर क्या करें...
(अगर आपके या आपके किसी करीबी के मन में आत्महत्या का विचार आता है तो इसे हल्के में न लें. यह एक गंभीर मेडिकल इमरजेंसी है. तुरंत मदद लें. आप भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 या टेलिमानस हेल्पलाइन 1800914416 पर कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपकी मदद करेंगे. याद रखिए कि जिंदगी सबसे अनमोल है.)