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अमेरिका में पीड़ित, दिल्ली में ठग और इंटरनेशनल फ्रॉड... नकली वेबसाइट के जरिए फर्जीवाड़े का खेल बेनकाब

नकली ट्रैवल बुकिंग वेबसाइट और फर्जी कस्टमर केयर का जाल बिछाकर US में रहने वाले एक व्यक्ति से ठगी करने वाले साइबर क्रिमिनल को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी ने खुद को Booking.com का एग्जीक्यूटिव बताकर OTP और UPI डिटेल्स हासिल कर ली. इसके बाद 57 हजार रुपए ठग लिए.

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दिल्ली में बैठा एक शख्स फेक ट्रैवल बुकिंग वेबसाइट के जरिए लोगों को चूना लगा रहा था. (Photo: X/@CrimeBranchDP)
दिल्ली में बैठा एक शख्स फेक ट्रैवल बुकिंग वेबसाइट के जरिए लोगों को चूना लगा रहा था. (Photo: X/@CrimeBranchDP)

अमेरिका में बैठे एक पीड़ित को नकली ट्रैवल बुकिंग वेबसाइट के जरिए ठगने के मामले में दिल्ली पुलिस ने 26 साल के युवक को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म के कस्टमर सपोर्ट स्टाफ बनकर खुद को पेश किया. इसके बाद होटल बुकिंग और रिफंड के बहाने संवेदनशील जानकारी हासिल कर ठगी की वारदात को अंजाम दिया.

पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी की पहचान बिहार निवासी प्रतोष कुमार के तौर पर हुई है. उस पर आरोप है कि उसने पीड़ित से 57 हजार रुपए से ज्यादा की रकम ठग ली. आरोपी ने खुद को Booking.com का एग्जीक्यूटिव बताते हुए पीड़ित से OTP और UPI से जुड़ी डिटेल्स साझा करने को कहा था. पीड़ित होटल रिजर्वेशन करा रहा था.

इसके लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहा था. इसी दौरान आरोपी ने उससे संपर्क किया. उसने बुकिंग कन्फर्मेशन और रिफंड में मदद का भरोसा दिलाया. जांच के दौरान पुलिस को एक अहम सुराग तब मिला, जब यह सामने आया कि ठगी गई रकम का इस्तेमाल सीधे आरोपी के क्रेडिट कार्ड बिल के भुगतान में किया गया था. इसी डिजिटल ट्रेल ने काम कर दिया.

उसके आधार पर पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस तेज किया और आरोपी तक पहुंच गई. डिजिटल फुटप्रिंट्स के एनालिसिस के बाद पुलिस टीम ने रेड कर प्रतोष कुमार को गिरफ्तार किया. उसके पास से तीन मोबाइल फोन और एक नकली आधार कार्ड बरामद किया गया. इसके साथ ही पीड़ितों को फंसाने के लिए इस्तेमाल किए गए डिजिटल सबूत भी जब्त किए गए हैं.

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पुलिस ने बताया कि बरामद मोबाइल नंबर नेशनल साइबरक्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज कम से कम 29 शिकायतों से जुड़े पाए गए. पूछताछ में आरोपी ने धोखाधड़ी में शामिल होने की बात कबूल कर ली है. उसने यह भी माना कि गलती से उसने ठगी की रकम अपने ही क्रेडिट कार्ड अकाउंट में जमा कर दी थी, जिससे वह जांच के दायरे में आ गया.

पुलिस के अनुसार, प्रतोष कुमार पिछले छह सालों से साइबर ठगी की गतिविधियों में सक्रिय था. वह अपनी पहचान छिपाने के लिए कई मोबाइल फोन और फर्जी पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल करता था. इसके साथ ही खुद को अलग-अलग ऑनलाइन सर्विस प्लेटफॉर्म का ऑथराइज्ड रिप्रेजेंटेटिव बताकर लोगों को झांसे में लेता था. आरोपी से पूछताछ की जा रही है.

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