scorecardresearch
 

दो सीसीटीवी फुटेज, उमेश पाल पर ताबड़तोड़ फायरिंग और बम अटैक... नए सबूतों से समझें शूटआउट का पूरा सीक्वेंस

उमेश पाल मर्डर केस से जुड़ी कई सीसीटीवी फुटेज पहले ही सामने आ चुकी हैं, जिनमें कत्ल की ये खौफनाक वारदात कैद है. लेकिन इस वारदात के पूरे 20 दिन बाद जो दो नए वीडियो सामने आए हैं. वो उस गली के हैं, जिसके अंदर से होकर उमेश पाल के घर का रास्ता है.

Advertisement
X
उमेश पाल हत्याकांड की नई सीसीटीवी फुटेज में हमलावर और गनर भी देखे जा सकते हैं
उमेश पाल हत्याकांड की नई सीसीटीवी फुटेज में हमलावर और गनर भी देखे जा सकते हैं

दिल दहला देनेवाले उमेश पाल हत्याकांड के 20 दिन बीत जाने के बाद दो नए वीडियो सामने आए हैं. जो मौका-ए-वारदात पर दो अलग-अलग जगहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों ने कैद किए थे. ये फुटेज उस वक्त की है, जब गोली लगने और बम धमाके में घायल होने के बाद उमेश पाल अपनी गली में दाखिल होकर घर में घुसने की कोशिश करते हैं. इसमें एक शूटर उमेश पाल के गनर पर हमला करते भी नजर आ रहा है, लेकिन अभी तक ये सारे शूटर पुलिस की पहुंच से बाहर हैं. 
 
उमेश पाल मर्डर केस से जुड़ी कई सीसीटीवी फुटेज पहले ही सामने आ चुकी हैं, जिनमें कत्ल की ये खौफनाक वारदात कैद है. लेकिन इस वारदात के पूरे 20 दिन बाद जो दो नए वीडियो सामने आए हैं. वो उस गली के हैं, जिसके अंदर से होकर उमेश पाल के घर का रास्ता है. आपको याद होगा कि उस रोज जैसे ही उमेश पाल घर के बाहर मेन रोड पर अपनी क्रेटा कार से नीचे उतरे थे, तो वहां पहले से घात लगाए शूटरों ने उन पर हमला कर दिया था, लेकिन ये तस्वीरें हैं उस गली की, जहां गोली लगने के बाद उमेश पाल ने अपनी जान बचाने की कोशिश की थी.

CCTV फुटेज नंबर 1 की कहानी
37 सेकेंड के इस सीसीटीवी फुटेज में दिखता है कि कैसे गोली लगने के बाद उमेश पाल लड़खड़ाते हुए दीवार के सहारे अपने घर की तरफ बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन तभी पीछे से हाफ जैकेट पहने एक शूटर बिल्कुल उनके करीब आ जाता है. ये वही शूटर है जो क्रेटा कार की ड्राइविंग सीट से नीचे उतरा था और जिसे गैंगस्टर अतीक का बेटा असद बताया जा रहा है. ये शूटर बिल्कुल करीब से उमेश के सिर और गले में गोली मारने की कोशिश करता है, लेकिन पहले ही शूटरों की गोली का शिकार बन चुके उमेश जख्मी होने के बावजूद हिम्मत नहीं हारते और वो शूटर से भिड़ जाते हैं. इस हमले में उमेश को कुछ और गोलियां लगती हैं. मगर इसके बावजूद वो पड़ोस के एक घर में घुसने में कामयाब हो जाते हैं. हालांकि तब तक उनकी हालत पूरी तरह बिगड़ चुकी होती है और उस घर के अंदर घुसते ही उमेश बिल्कुल उसकी दहलीज पर ही गिर जाते हैं.

Advertisement

कैमरे में कैद हुआ खौफनाक मंजर
अब गली में हुए इस शूटआउट के कुछ दूसरे पहलुओं पर गौर कीजिए. फुटेज में देखा जा सकता है कि बम और गोली की आवाज और लोगों की चीखें सुन कर एक लड़की अपने घर से बाहर निकल आती है. ये लड़की असल में उमेश पाल की भतीजी है. पहले तो वो हमलावरों से घिरे अपने चाचा को बचाने की कोशिश करती है, लेकिन जैसे ही उमेश पाल उसे वहां से भाग जाने को कहते हैं, लड़की उल्टे पांव वापस चली आती है और अपने घरवालों को बाहर चल रहे इस हमले की जानकारी देती है. इस बीच उमेश पाल की सुरक्षा में तैनात सरकारी गनर राघवेंद अपनी जान बचाने के लिए बदहवास गली के अंदर की ओर भागता हुआ दिखाई देता है, लेकिन तभी पीछे से अतीक का गुर्गा गुड्डू मुस्लिम, सिपाही राघवेंद्र पर एक बम फेंकता है और सीसीटीवी कैमरे में सब धुआं-धुआं हो जाता है. 

तस्वीरों में कैद मौत का खेल
सीसीटीवी फुटेज की हर तस्वीर और इनका एक-एक फ्रेम दहलाने वाला है. इन फुटेज में 24 फरवरी की शाम को उमेश पाल पर हुए हमले की ऐसी-ऐसी तस्वीरें कैद हैं, जिन्हें देखकर किसी का भी गला सूख सकता है. शूटर जब किसी की जान लेने पर आते हैं तो उनकी मानसिकता क्या होती है, कैसे वो अपने शिकार को टारगेट करते हैं और कैसे इस कोशिश में वो किसी भी हद से आगे निकल जाते हैं, ये सीसीटीवी फुटेज उसकी गवाह है.

Advertisement

CCTV फुटेज नंबर 2 की दास्तान
उमेश पाल मर्डर केस के शूटआउट की कुछ दूसरी तस्वीरें भी सामने आई हैं, जो एक और सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थीं. ये कैमरा गली के दूसरे छोर पर ठीक उमेश पाल के घर के बाहर लगा है और कैमरे का मुंह उमेश पाल के घर के गेट की तरफ है. उस कैमरे की फुटेज में भी दिख रहा है कि वारदात के वक्त गोलीबारी की आवाज सुनकर आस-पास के लोग कैसे गली की तरफ झांक रहे हैं. तभी उमेश पाल के कहने पर जो लड़की वापस लौटती है और गेट खोल कर उमेश पाल के घर में जाती दिखती है. वो घरवालों को वारदात की खबर देने की कोशिश करती है. लेकिन तभी पीछे से गुड्डू मुस्लिम का फेंका हुआ बम कैमरे के ठीक सामने फटता है और बम के हमले में ज़ख्मी हो कर सिपाही राघवेंद्र बिल्कुल गली के मोड़ पर गिर पड़ता है. इसके कुछ देर बाद जब धुआं छंटता है, तो दिखता है कि वही लड़की एक बार फिर हालात को भांपने घर से बाहर आती है. इस दौरान सिपाही राघवेंद्र जमीन पर गिरा तड़पता हुआ साफ-साफ दिखाई देता है. 

हर एंगल से दिखती हमले की तस्वीरें
अब आइए सीसीटीवी फुटेज के सहारे उस पूरे सीक्वेंस को समझने की कोशिश करते हैं. सीसीटीवी की वो तस्वीरें, जो इस वारदात के फौरन बाद सबसे पहले सामने आई थी और जिस सीसीटीवी फुटेज में तकरीबन सभी के शूटर्स की और उमेश पाल की तस्वीरें साफ-साफ कैद हुई थीं. उनमें देखा जा सकता है कि कैसे उमेश पाल जैसे ही अपनी गाड़ी से नीचे उतरते हैं, विजय चौधरी नाम का शूटर सबसे पहले उन पर हमला करता है. इसके बाद दुकान से बाहर निकल कर मोहम्मद गुलाम भी उन पर गोलियां बरसाने लगता है, तब तक शूटरों की क्रेटा कार से नीचे उतरा हाफ जैकेट वाला शूटर पीछे से आकर गली के ठीक मुहाने पर उमेश पाल पर हमला करता है. जिस फुटेज की हम बात कर रहे हैं, वो गली के बाहर मेन रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरे की है, जबकि दूसरी फुटेज ठीक उसी गली के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे की.

Advertisement

अस्पताल में पहुंचा था उमेश पाल का मुर्दा जिस्म
सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि कैसे प्वाइंट ब्लैंक रेंज से एक के बाद एक कई गोलियों का शिकार बनने के बावजूद उमेश पाल हाफ जैकेट वाले शूटर से भिड़ जाते हैं. कैसे वो आमने-सामने की लड़ाई में खुद को बचाने की कोशिश करते हैं. लेकिन कहां आग उगलती बंदूकें और कहां एक अकेला निहत्था उमेश पाल. आखिरकार एक के बाद एक कई गोलियों का शिकार बन कर उमेश पाल पड़ोस के घर में घुस तो जाते हैं, लेकिन फिर उनकी हालत इतनी बिगड़ जाती है कि वो अस्पताल जाते वक्त रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं. चश्मदीदों की मानें तो उनके जिस्म में तब तक कई गोलियां लग चुकी थीं. इनमें एक गोली नाक के पास और एक गले के पास लगी थी और ये दोनों ही गोलियां उनकी जिंदगी के लिए घातक साबित हुई. बाकी गोलियों ने उनकी हालत और बिगाड़ दी थी और डॉक्टरों ने उस रोज उन्हें अस्पताल लाए जाने के साथ ही मुर्दा करार दे दिया था.

क्लीयर है शूटआउट का पूरा सीक्वेंस
एक तरह से देखा जाए तो इन सीसीटीवी फुटेज के सामने आने के बाद इस शूटआउट का पूरा का पूरा सीक्वेंस अब क्लीयर हो चुका है. जाहिर है ये सारे सीसीटीवी फुटेज प्रयागराज पुलिस के साथ-साथ यूपी एसटीएफ के पास भी पहले से ही मौजूद हैं. ऐसे में अब इन्हीं फुटेज के सहारे पुलिस ना सिर्फ़ सिक्वेंस के एक-एक पहलू को समझती हुई मामले की जांच आगे बढ़ा रही है, बल्कि हर शूटर और बम चलानेवाले बदमाश की भूमिका की भी लगातार स्कैनिंग कर रही है.

Advertisement

पुलिस की पहुंच से बाहर हैं हमलावर
हालांकि इस मामले में पुलिस ने अब तक शूटआउट के साजिशकर्ता के तौर पर सदाकत नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है, जबकि ड्राइवर अरबाज और विजय चौधरी नाम के एक शूटर को ढेर करने में कामयाब हुई है. लेकिन सच्चाई यही है कि इस केस के ज्यादातर शूटर अब भी पुलिस की रडार से बाहर हैं. इनमें असद, मोहम्मद गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर शामिल हैं. अब पुलिस ने इन पर इनाम की रकम बढ़ा कर पांच लाख कर दी है, लेकिन ये कहां छुपे हैं? फिलहाल इसकी कोई पुख्ता जानकारी पुलिस के पास नहीं है.

जेल में परेशान है अतीक-अशरफ
उधर, साबरमती जेल में बंद उमेश पाल हत्याकांड के मास्टरमाइंड कहे जा रहे गैंगस्टर अतीक अहमद और बरेली जेल में बंद उसके भाई गैंगस्टर अशरफ के अब पुलिस के नाम से ही पसीने छूट रहे हैं. इस बीच पुलिस को पता चला है कि अतीक ने जेल से बैठे-बैठे से ही पिछले दिनों सूबे के एक प्रभावशाली राजनेता को फोन कर अपनी बात रखने की कोशिश की थी, लेकिन इसे पुलिस का खौफ कहिए या फिर कुछ और, उस नेता अतीक को कोई तवज्जो नहीं दी और उसका फोन काट दिया.

Advertisement

दोनों गैंगस्टर भाइयों से होगी पूछताछ
पिछले कुछ दिनों के अंदर अतीक और अशरफ ने खुद को इस मामले में पाक साफ दिखाने की कोशिश करने के साथ-साथ अदालत में अर्जी दाखिल कर बाकायदा खुद के एनकाउंटर का डर सताने की बात कही है. जबकि यूपी पुलिस अब एक-एक कर दोनों भाइयों से पूछताछ की तैयारी कर रही है.

अतीक ने जेल से किस नेता किया था फोन?
सूत्रों के मुताबिक अतीक ने जिस नेता को फोन किया था, वो पहले माफिया अतीक अहमद के संपर्क में था और अतीक ने शूटआउट के बाद उससे मदद मांगने की कोशिश की. इसी कड़ी में अतीक ने इस सफेदपोश को फेसटाइम पर कई बार कॉल किया. लेकिन नेता ने फेसटाइम पर बात नहीं की. तब अतीक ने उसे नॉर्मल कॉल किया और इतेफाक से ये कॉल उस नेता ने उठा लिया. लेकिन बताते हैं कि जैसे ही कॉल उठा तो अतीक ने अपना फोन ना उठाने की शिकायत की. अतीक ने कहा कि उसने अब तक उन्हें कम से कम पचासों बार कॉल किए हैं. लेकिन वो बात नहीं कर रहे हैं. ऐसा क्यों? लेकिन दूसरी ओर से अतीक की आवाज सुनते ही उस नेता फौरन अपना फोन काट दिया था. 

फिलहाल इस मामले में एसटीएफ को प्रयागराज के 3 बड़े नेताओं पर शक है. एसटीएफ अब उन नेताओं से पूछताछ कर सकती है. उनसे अतीक के रिश्तों की भी नए सिरे से पड़ताल हो सकती है. यूपी पुलिस और एसटीएफ की 22 टीमें अतीक अहमद की फैमिली के साथ-साथ उमेश पाल हत्याकांड के एक-एक शूटर को पकड़ने के लिए जाल बिछा रही है.

Advertisement

अशरफ की पत्नी जैनब का दावा
इस बीच बरेली जेल में बंद अतीक अहमद के भाई अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा ने आजतक से बातचीत करते हुए कई दावे किए और अपने पति को फंसाने का आरोप लगाया. जैनब फातिमा ने कहा कि अशरफ का इस हत्याकांड में कोई हाथ नहीं है. उसे फर्जी फसाया जा रहा है. उसने कहा कि प्रयागराज में हत्या हुई और कनेक्शन बरेली जेल से जोड़ दिया गया. उसकी अशरफ से बात नहीं हुई है और न ही अशरफ के पास फोन है. जैनब का कहना है कि एक साल पहले बच्चों को लेकर वह जेल में उनसे मिलने गई थीं.

बड़े बालों में ही दिखता है असद
अशरफ की पत्नी ने कहा कि पुलिस ने उससे पूछताछ की और शाइस्ता और असद के बारे में भी पूछा. हालांकि उसे दोनों के बारे में जानकारी नहीं है. जैनब ने बताया कि अशरफ से उसकी शादी 9 साल पहले हुई थी. असद के बारे में पूछे जाने पर जैनब का कहना था कि उसे मैंने बड़े-बड़े बालों में ही देखा है. हत्याकांड के दौरान सामने आई तस्वीर पर उसने कहा कि उसे पता नहीं कि वो तस्वीर किसकी है? क्योंकि असद हमेशा बड़े बालों में ही रहता है. 

 

Advertisement
Advertisement