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बाप किसान, 19 साल का योगेश कादियान ऐसे बना इंटरनेशनल डॉन, तलाश में कई मुल्कों की पुलिस

Gangster Yogesh Kadian: हरियाणा के झज्जर जिले के बेरी गांव का रहने वाला गैंगस्टर योगेश कादियान इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद सुर्खियों में है. उसके खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और अवैध हथियार रखने के आरोप में कई केस दर्ज हैं. बताया जा रहा है कि वो पिछले छह महीने से अमेरिका में है.

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गैंगस्टर योगेश कादियान इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के बाद सुर्खियों में है.
गैंगस्टर योगेश कादियान इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के बाद सुर्खियों में है.

उसके पिता गांव में किसानी करते हैं. बड़ा भाई खेती करने में पिता की मदद करता है. मां हर रोज पशुओं के चारे की तलाश में भटकती है. लेकिन उसे न तो किसानी पसंद थी, न ही पढ़ाई-लिखाई. घरवालों के दबाव में उसने किसी तरह 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद में छोड़ दिया. उसका मन गुंडागर्दी में ज्यादा लगता है. कहते ना कि पूत के पांव पालने में दिख जाते हैं. कौन क्या होगा, ये उसके स्वभाव से पहले ही पता किया जा सकता है. उसके बारे में भी परिजनों को पता चल चुका था कि ये हाथ से निकल गया है. लेकिन चोरी और छपटमारी करते हुए एक दिन उसका नाम हत्याकांड में आ जाएगा. ये किसी नहीं सोचा था.

30 सितंबर 2022. हरियाणा के रोहतक में बाइक से घर जा रहे एक ग्वाले प्रवीण उर्फ भिंडा को गोली मार दी गई. इस हत्याकांड में पहली बार उसका नाम सामने आया. इससे पहले की पुलिस उसे गिरफ्तार करती, वो घर से फरार हो गया. कुछ दिनों बाद पता चला कि वो अमेरिका में अपने आका के साथ रह रहा है. उसकी शरण में पनाह लिए हुए हैं. वहां भी उसके इशारे पर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने की तैयारी में है. यही वजह है कि इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है. 19 साल के इस खतरनाक गैंगस्टर का नाम योगेश कादियान है. इसे दिल्ली के दाऊद नीरज बवाना का दाहिना हाथ माना जाता है.

19 साल की उम्र में जरायम की दुनिया में कदम

योगेश कादियान हरियाणा के झज्जर जिले के बेरी गांव का रहने वाला है. उसने 19 साल की उम्र में जरायम की दुनिया में कदम रख दिया था. वो सबसे पहले रोहतक के गैंगस्टर हिमांशु उर्फ भाऊ के संपर्क में आया. उसके साथ चोरी और छपटमारी करते-करते नीरज बवाना के संपर्क में आ गया. उसकी आपराधिक प्रतिभा देखकर बवाना बहुत प्रभावित हुआ. उसकी देखरेख में उसे अत्याधुनिक हथियारों को चलाने की ट्रेनिंग दी गई. इसके बाद वो नीरज के लिए काम करने लगा. दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा और पंजाब में कई वारदातों को अंजाम दिया. नीरज बवाना बंबीहा गैंग से ताल्लुक रखता है, जिसकी लॉरेंस बिश्नोई से जानी दुश्मनी है.

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रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद इंटरपोल की वेबसाइट पर गैंगस्टर योगेश कादियान की डिटेल दर्ज है.

खालिस्तानियों से जुड़े हैं बंबीहा गैंग के तार 

हिमांशु भाऊ और योगेश कादियान जिस बंबीहा गैंग के लिए काम करते हैं, उनके तार खालिस्तानी आतंकियों से जुड़े हैं. इस गैंग का नेटवर्क भारत से लेकर आर्मेनिया तक फैला है. इसमें 300 से ज्यादा शूटर शामिल हैं, जो एक इशारे पर किसी की भी हत्या कर देते हैं. इस गैंग की शुरुआत पंजाब के मोगा जिले के बंबीहा गांव के रहने वाले दविंदर ने की थी. उसने अपने गांव का नाम सरनेम बना लिया, जिसके बाद दविंदर बंबीहा के नाम से कुख्यात हो गया. 9 सितंबर 2016 को बठिंडा में पुलिस एनकाउंटर में उसके मारे जाने के बाद उसके गैंग की कमान गौरव उर्फ लकी पटियाल ने संभाल ली. फिलहाल नीरज बवाना इस गैंग को लीड कर रहा है.

बंबीहा और लॉरेंस गैंग में जबर की दुश्मनी

बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान को जान से मारने की धमकी देकर सुर्खियों में आए लॉरेंस बिश्नोई का गैंग इस वक्त सबसे ज्यादा सुर्खियों में है. पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश इस गैंग के सरगना लॉरेंस बिश्नोई ने दिल्ली की तिहाड़ जेल में रची थी. बताया जाता है कि सिद्धू बंबीहा गैंग का समर्थक था. नीरज बवाना उसे सपोर्ट करता था. यही वजह है कि कनाडा में बैठे लॉरेंस बिश्नोई के राइट हैंड गोल्डी बरार ने सिद्धू की हत्या करवा दी थी. दोनों गैंग के बीच जबर की दुश्मनी है. दोनों के कई बीच कई बार गैंगवार हुए हैं, जिनमें योगेश कादियान ने बड़ी भूमिका निभाई है. यही वजह है कि लॉरेंस को योगेश फूटी आंख भी नहीं सुहाता है. 

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यह भी पढ़ें: ऐप्स का इस्तेमाल, नाबालिगों का सहारा, तिहाड़ जेल से ऑपरेट हो रहे 5 खतरनाक गैंग्स की कहानी

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लॉरेंस बिश्नोई और नीरज बवाना के बीच जबर दुश्मनी है, दोनों एक-दूसरे के खून के प्यासे हैंं.

अमेरिका भागने पर मजबूर हुआ कादियान

योगेश कादियान ने कई वारदातों को अंजाम दिया, लेकिन पहले नाबालिग होने की वजह से बचता रहा, फिर अपनी चालाकी से पुलिस को चकमा देता रहा. लेकिन पिछले साल हुई प्रवीण भिंडा की हत्या के केस में फंस गया. पुलिस ने इसके खिलाफ आईपीसी की धारा 307 और 34 आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है. इसी केस में तलाश की जा रही थी. लेकिन पकड़ने जाने के डर से नकली पासपोर्ट के जरिए वो अमेरिका भाग गया. इसमें उसके आका हिमांशु भाऊ ने उसकी मदद की थी. हरियाणा पुलिस ने सीबीआई और एनआईए की सहायता से इंटरपोल के जरिए रेट कॉर्नर नोटिस जारी कराया है. फिलहाल एनआईए इस केस को अपने हाथ में ले चुकी है.

इंटरनेशनल गैंगवार की तैयारी में गैंग्स

एक तरफ लॉरेंस बिश्नोई का गैंग ने कनाडा को अपना बेस बना लिया है, तो दूसरी तरफ बंबीहा गैंग अमेरिका अपना ठिकाना बना रहा है. बंबीहा गैंग के कई गैंगस्टर वहां पहले से मौजदू हैं, जिनमें हिमांशु भाऊ और योगेश कादियान का नाम शामिल है. हिमांशु ने 17 साल की उम्र में ही अपराध करना शुरू कर दिया था. एक बार पकड़ा भी गया तो नाबालिग होने की वजह से बाल सुधार गृह में डाला गया, लेकिन वहां से फरार हो गया. उसके वो कभी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया. आज वो इंटरनेशनल डॉन बन चुका है और इंटरनेशनल गैंगवार की तैयारी कर रहा है. क्योंकि कनाडा में रह रहे लॉरेंस के दोस्त गोल्डी बरार और उसका भाई अनमोल बिश्नोई अमेरिका पहुंच चुके हैं.

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