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'न खाने को कुछ, न जेब में पैसा', प्रवासी मजदूरों ने सुनाई आपबीती

'न खाने को कुछ, न जेब में पैसा', प्रवासी मजदूरों ने सुनाई आपबीती

लॉकडाउन के कारण अपने घरों से दूर, दूसरे राज्यों में फंसे मजदूर सबसे ज्यादा परेशान हैं. प्रवासी मजदूर किसी भी हाल में अपने घरों को लौटना चाहते हैं. ऐसे ही कुछ मजदूरों से आजतक संवाददाता पंकज जैन ने बातचीत की. एक महिला ने बताया कि हर चीज की दिक्कत हो रही है. दो महीने से बैठे हैं. खाने को कुछ नहीं है. देखें ये रिपोर्ट.

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