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इस चाइनीज कंपनी ने कर दिया खेल, Paytm की तेजी पर लगा ब्रेक, भराभरा कर 9% तक गिरा शेयर!

Alibaba Sale Stake: पिछले साल के दिसंबर तक पेटीएम में अलीबाबा की कुल हिस्सेदारी 6.26 फीसदी थी. इससे पहले जनवरी-2023 में अलीबाबा ने ओपन मार्केट में अपनी 3 फीसदी हिस्सेदारी बेची थी, और बाकी हिस्सेदारी शुक्रवार को बेच डाली.

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Paytm के शेयरों में गिरावट के पीछे चाइनीज कंपनी का ये कदम!
Paytm के शेयरों में गिरावट के पीछे चाइनीज कंपनी का ये कदम!

इस हफ्ते के गुरुवार तक पेटीएम के शेयरों में थोड़ी रौनक लौटी थी. निवेशकों को लग रहा था कि ये तेजी आगे भी जारी रहेगी. क्योंकि तमाम ब्रोकरेज एजेंसी से अच्छी रेटिंग दी थी. लेकिन शुक्रवार को Paytm के शेयर भराभरा कर गिर गए. इस गिरावट की वजह का भी पता चल गया है. 

दरअसल, डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म पेटीएम (Paytm) की पैरेंट कंपनी वन 97 कम्यूनिकेशंस (One 97 Communications) के शेयर शुक्रवार को करीब 7.8 फीसदी की भारी गिरावट के साथ 650 रुपये पर बंद हुआ. शेयर 705 रुपये पर ओपन हुआ था. कारोबार के दौरान शेयर 9 फीसदी तक गिरा. इस गिरावट के पीछे चाइनीज कंपनी अलीबाबा ग्रुप (Alibaba Group) का हाथ बताया जा रहा है. चीन की कंपनी अलीबाबा ने ब्लॉक डील के जरिये पेटीएम में अपनी पूरी 3.4 फीसदी की हिस्सेदारी बेच डाली.

पेटीएम में अब अलीबाबा की हिस्सेदारी खत्म 

अब पेटीएम में अलाबीबा की हिस्सेदारी नहीं बची है, आखिरी बार आज चाइनीज फर्म अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचकर इस कंपनी से बाहर हो गई. इस खबर के बाद पेटीएम में गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया है. कारोबार बंद होने तक शेयर 8 फीसदी तक लुढ़क गए.

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बता दें, पिछले साल के दिसंबर तक पेटीएम में अलीबाबा की कुल हिस्सेदारी 6.26 फीसदी थी. इससे पहले जनवरी-2023 में अलीबाबा ने ओपन मार्केट में अपनी 3 फीसदी हिस्सेदारी बेची थी, और बाकी हिस्सेदारी शुक्रवार को बेच डाली. दरअसल अलीबाबा लगातार भारत में हालिया लिस्टेड न्यू-एज कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी कम कर रहा है. 

लगातार तेजी पर लगा ब्रेक

हालांकि आज की भारी गिरावट के बावजूद पेटीएम के शेयर पिछले 5 दिन में करीब 20 फीसदी चढ़ा है. इस तेजी के पीछे Paytm की तिमाही रिपोर्ट में सुधार है. चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी का घाटा कम हुआ है. पेटीएम को पिछली तिमाही अक्टूबर-दिसंबर 2022 में रेवेन्यू सालाना आधार पर 41 फीसदी बढ़कर 2062 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जबकि नेट लॉस गिरकर अब सालाना आधार पर 778 करोड़ रुपये से गिरकर महज 392 करोड़ रुपये रह गया. पेटीएम ने सितंबर 2023 तिमाही तक मुनाफे में लौटने का लक्ष्य रखा है.

गौरतलब है कि पेटीएम की लिस्टिंग साल 2021 में हुई थी. लिस्टिंग के दिन से ही पेटीएम ने निवेशकों को झटका दिया है. लगातार शेयर में गिरावट देखी गई. लेकिन पिछले कुछ दिनों से शेयर में तेजी देखी जा रही थी. लेकिन अब एक बार फिर अलीबाबा ने रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया. 

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रेटिंग में सुधार 

तिमाही रिपोर्ट के बाद दिग्गज रिसर्च फर्म Macquarie Research ने तो Paytm की रेटिंग को अंडरपरफॉर्म से आउटपरफॉर्म कर दिया है. साथ ही रिसर्च फर्म ने पेटीएम का टारगेट प्राइस भी 450 रुपये से बढ़ाकर 800 रुपये (Paytm Target Price) कर दिया है. इसके अलावा गोल्डमैन सैक्स ( Goldman Sachs) ने इसका टारगेट प्राइस 1120 रुपये से बढ़ाकर 1150 रुपये कर दिया है. जिसके बाद शेयरों में लगातार तेजी देखी जा रही है. वहीं जेपी मॉर्गन ने नतीजों को लेकर आश्चर्य जताया और इसकी ओवरवेट रेटिंग को बरकरार रखा है, जेपी मॉर्गन ने इसका टारगेट प्राइस 950 रुपये पर तय किया है. 

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