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दिल्ली-मुंबई की भीड़ छोड़िए, प्रॉपर्टी निवेश के लिए साउथ के ये 5 शहर हैं नए 'हॉटस्पॉट'

साउथ इंडिया के कुछ उभरते हुए शहर हैं, जहां भीड़ भी कम है और प्रॉपर्टी के दाम भी किफायती हैं. इन शहरों में लोग रिटायरमेंट के बाद सेटल होने और निवेश के लिए विकल्प तलाश सकते हैं.

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साउथ के 5 शहर हैं निवेश के बेस्ट (Photo-PTI)
साउथ के 5 शहर हैं निवेश के बेस्ट (Photo-PTI)

देश की राजधानी दिल्ली, एनसीआर, आर्थिक नगरी मुंबई या आईटी हब बेंगलुरु जैसे मेट्रो शहरों में प्रॉपर्टी खरीदना अब आम निवेशक की पहुंच से दूर होता जा रहा है. इन शहरों में कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी और भीड़भाड़ के कारण करोड़ों रुपये निवेश करने के बावजूद गारंटीड रिटर्न की अनिश्चितता बनी रहती है. ऐसे में, स्मार्ट निवेशक अब टियर-2 और टियर-3 शहरों की ओर रुख कर रहे हैं, खासकर दक्षिण भारत के उन उभरते हुए शहरों की ओर, जहां रियल एस्टेट के दाम किफायती हैं और मजबूत बुनियादी ढांचे और औद्योगिक विकास के कारण भविष्य में बड़ा रिटर्न मिलने की संभावना है.

दक्षिण भारत के कुछ शहर आपके निवेश के लिए नए 'हॉटस्पॉट' बन सकते हैं. अगर आप करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी लेने की जगह कम बजट में सुरक्षित निवेश और बेहतर रिटर्न की तलाश में हैं, तो दक्षिण भारत के ये उभरते हुए शहर किफायती प्रॉपर्टी के लिए अच्छे विकल्प साबित हो सकते हैं.  

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विशाखापत्तनम 

आंध्र प्रदेश के पूर्वी तट पर स्थित ये शहर रियल एस्टेट निवेश के लिए एक गोल्डन कॉरिडोर बनता जा रहा है. स्टील, फार्मास्यूटिकल्स, और आईटी जैसे मजबूत औद्योगिक आधार के साथ, यह शहर लगातार बढ़ते रोजगार के अवसर पैदा कर रहा है. इसके अलावा, कई बड़ी रियल एस्टेट कंपनियां यहां अपने प्रोजेक्ट लेकर आ रही हैं, जो इस बात का संकेत है कि विशाखापत्तनम भविष्य में किफायती दरों पर बंपर रिटर्न देने की क्षमता रखता है. 

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कोयंबटूर
 
तमिलनाडु के सबसे तेजी से विकसित हो रहे टियर-2 शहरों में से कोयंबटूर एक है. इसे पारंपरिक रूप से भारत का 'मैनचेस्टर ऑफ साउथ' कहा जाता है, क्योंकि यह देश के सबसे बड़े टेक्सटाइल क्लस्टरों में से एक है, लेकिन अब यह शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और आईटी/आईटीईएस का भी एक केंद्र बन गया है. कोयंबटूर में संपत्ति के दाम चेन्नई और बेंगलुरु जैसे मेट्रो शहरों की तुलना में काफी किफायती हैं, फिर भी यहां किराये से होने वाली आय काफी आकर्षक है. शहर का शांत और साफ-सुथरा माहौल, साथ ही यहां के नए आईटी पार्क और एयरपोर्ट कनेक्टिविटी, इसे न केवल रहने के लिए बल्कि लॉन्ग टर्म सुरक्षित प्रॉपर्टी निवेश के लिए एक आदर्श विकल्प बनाती है.

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कोच्चि 

कोच्चि केरल का सबसे तेजी से विकसित होने वाला टियर-2 शहर है, जो रियल एस्टेट निवेश के लिए एक आकर्षक डेस्टिनेशन बनकर उभरा है. टियर-2 शहर होने के बावजूद, कोच्चि ने पिछले कुछ सालों में संपत्ति की कीमतों में कुछ बड़े मेट्रो शहरों की तुलना में अधिक वृद्धि दर्ज की है. इसकी वृद्धि मुख्य रूप से मजबूत बुनियादी ढांचे, जैसे कि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, तेजी से विस्तारित हो रहे मेट्रो रेल नेटवर्क और एक प्रमुख पोर्ट सिटी होने के कारण प्रेरित है.  इन्फोपार्क जैसे प्रमुख आईटी पार्कों और पर्यटन उद्योग की उपस्थिति ने यहां रोजगार और किराये की मांग को बढ़ाया है, जिससे निवेशकों को उच्च पूंजी वृद्धि और स्थिर किराये की आय दोनों का लाभ मिलता है.

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मेंगलुरु

मेंगलुरु जिसे पहले मैंगलोर के नाम से जाना जाता था, कर्नाटक का एक महत्वपूर्ण तटीय शहर है, जो अपनी शांति और तेजी से हो रहे आर्थिक विकास के संतुलन के कारण रियल एस्टेट निवेशकों के बीच लोकप्रिय हो रहा है. यह शहर एक प्रमुख पोर्ट सिटी और शैक्षणिक केंद्र होने के साथ-साथ कई बड़े विशेष आर्थिक क्षेत्रों और IT पार्कों का घर भी है. इसकी भौगोलिक स्थिति और साफ-सुथरा वातावरण लोगों को आकर्षित करता है है, जिससे यह न केवल नौकरीपेशा लोगों के लिए बल्कि एनआरआई और रिटायरमेंट के बाद रहने की योजना बना रहे खरीदारों के लिए भी एक पसंदीदा विकल्प बन जाता है.
 
हैदराबाद

हैदराबाद, जिसे भारत के सबसे बड़े आईटी और फार्मा हब में से एक माना जाता है, निवेश के लिए एक शानदार विकल्प है, जो मेट्रो शहरों जैसे बेंगलुरु और मुंबई से सीधे प्रतिस्पर्धा करता है, लेकिन फिर भी प्रॉपर्टी के रेट अपेक्षाकृत किफायती हैं.

तेलंगाना की राजधानी होने के कारण, यहां एक मजबूत और स्थिर राजनीतिक माहौल है, जिसने मजबूत बुनियादी ढांचे और व्यावसायिक विकास को बढ़ावा दिया है. गाचीबोवली और हाई-टेक सिटी जैसे आईटी गलियारों में जबरदस्त किराये की मांग और उच्च ऑक्यूपेंसी दरें हैं, जिससे निवेशकों को किराये से आय मिलती है. यहां प्लॉट और अपार्टमेंट दोनों में मजबूत मांग बनी हुई है.
 

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