JSW ग्रुप ने अपना एक नया आईपीओ लेकर आ चुका है, जो 7 अगस्त से खुल रहा है और 11 अगस्त तक सब्सक्राइब करने का मौका है. जेएसडब्लू अपनी सीमेंट कंपनी का आईपीओ खोल रही है और पब्लिक ऑफरिंग से पैसे जुटाना चाहती है. कंपनी ने IPO के जरिए 3,600 करोड़ रुपये जुटाने का प्लान किया है.
इस पब्लिक ऑफरिंग में 1600 करोड़ रुपये वैल्यू के 10.88 करोड़ शेयरों का नया इश्यू और 2000 करोड़ रुपये वैल्यू के 13.61 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है. कंपनी ने शुरुआत में 4000 करोड़ रुपये जुटाने का टारगेट रखा था, लेकिन बाद में इश्यू का साइज कम कर दिया. IPO 11 अगस्त 2025 को बंद होगा.
कितना होगा प्राइस बैंड?
JSW Cements आईपीओ का प्राइस बैंड 139 रुपये से 147 रुपये प्रति शेयर के बीच तय किया गया है. हर आवेदन कम से कम 102 शेयरों के लिए होगा, जिसका मतलब है कि एक रिटेल निवेशकों को आवेदन करने के लिए कम से कम 14178 रुपये की आवश्यकता होगी. छोटे गैर-संस्थागत निवेशकों (sNII) के लिए कम से कम 14 लॉट यानी 2,09,916 रुपये निवेश करने होते हैं.
बड़े गैर-संस्थागत निवेशकों (bNII) के लिए 67 लॉट या 6,834 शेयरों को खरीदना होगा, जिसकी कीमत 10,04,598 रुपये है. जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड इस IPO का बुक रनिंग लीड मैनेजर है. केफिन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड रजिस्ट्रार है. जेएसडब्ल्यू सीमेंट के शेयरों का आवंटन मंगलवार, 12 अगस्त, 2025 को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है.
कब लिस्ट होगी ये कंपनी?
JSW Cement के शेयर गुरुवार, 14 अगस्त, 2025 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में लिस्ट होने की उम्मीद है. कंपनी के प्रमोटर सज्जन जिंदन, पार्थ जिंदल, संगीता जिंदल, आदर्श एडवाइजरी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और सज्जन जिंदल फैमिली ट्रस्ट हैं. JSW स्टील की स्थापना 2006 में हुई थी और यह भारत में ग्रीन सीमेंट के निर्माण के लिए जानी जाती है. यह बड़े जेएसडब्ल्यू ग्रुप का हिस्सा है, जिसकी इस्पात, एनर्जी, इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य सेक्टर में इंटरेस्ट है.
JSW Cement का जीएमपी कितना?
JSW Cement IPO का लास्ट जीएमपी ₹19 है, जो इसके शेयर को 166 रुपये पर लिस्ट होने का संकेत दे रहा है, जो इसके प्राइस बैंड 147 रुपये से 12.93% अप है.
कंपनी के देशभर में 7 बड़े प्लांट्स
कंपनी आधुनिक टेक्नोलॉजी का यूज करके पर्यावरण के अनुकूल सीमेंट के उत्पादन पर फोकस करती है. इसके उत्पादों का उपयोग आवास, कमर्शियल और इंफ्रास्क्टचर प्रोजेक्ट में किया जाता है. इस कंपनी के पूरे भारत में कुल 7 प्लांट हैं, जिसमें एक इंटरग्रेटेड यूनिट, एक क्लिंकर यूनिट और पांच गाइंडिंग यूनिट्स शामिल हैं. भारत के साउथ, वेस्ट और ईस्ट हिस्सों में कंपनी की मजबूत उपस्थिति सीमेंट की क्षेत्रीय मांग को पूरा करने में मदद करती है.
(नोट- किसी भी शेयर में निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)