Dhanteras Diwali: देश अब कोरोना महामारी की भयावहता को भूल पूरी तरह से त्योहारी मूड में है. इस बार धनतेरस पर 15 टन सोने के गहने, बार और सिक्कों की बिक्री हुई है. धनतेरस पर देशभर में लगभग 7,500 करोड़ रुपये का सर्राफा कारोबार हुआ है.
कन्फडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने यह दावा किया है. CAIT के अध्यक्ष बी.सी. भरतिया और महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने एक बयान में बताया कि धनतेरस का भारत में काफी धार्मिक महत्व है और इस वजह से इस दिन ज्वैलरी की काफी बिक्री हुई. उन्होंने कहा कि सोने और ज्वैलरी की बिक्री आगे और बढ़ेगी, क्योंकि नवंबर मध्य से शादियों का लग्न शुरू हो रहा है.
पॉजिटिव सेंटिमेंट
गौरतलब है कि सोना ऑल टाइम हाई लेवल से करीब 8000 रुपये सस्ता मिल रहा है. इसका असर बाजारों में दिखा. कोविड 19 के केस काफी कम हो जाने की वजह से कंज्यूमर का सेंटिमेंट पॉजिटिव हुआ है. इस साल जुलाई से सितंबर की तिमाही में देश में गोल्ड की डिमांड में 50 फीसदी की शानदार बढ़त हई है. कोरोना लॉकडाउन खत्म होने के बाद से ही लगातार कारोबार बढ़ रहा है.
अच्छी बिक्री
कन्फडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि आभूषण उद्योग महामारी की वजह से आई मंदी से उबरा है. कैट ने एक बयान में कहा, ' धनतेरस पर देशभर में लगभग 7,500 करोड़ रुपये की बिक्री हुई. करीब 15 टन सोने के आभूषणों की बिक्री हुई.' कैट ने बताया कि इसमें दिल्ली में 1,000 करोड़ रुपये, महाराष्ट्र में करीब 1,500 करोड़ रुपये, उत्तर प्रदेश में करीब 600 करोड़ रुपये की अनुमानित बिक्री शामिल है. दक्षिण भारत में, लगभग 2,000 करोड़ रुपये होने की बिक्री होने का अनुमान है.'