बिहार के दिग्गज ओबीसी नेता और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी में टूट की आशंकाओं के बीच अब एक नया राजनीतिक संकेत सामने आया है. पार्टी के तीनों विधायक रामेश्वर महतो, आलोक सिंह और माधव आनंद ने सोशल मीडिया पर साझा तस्वीर के जरिए अपनी एकजुटता का सार्वजनिक संदेश दिया है. इस पोस्ट को आरएलएम के अंदर जारी असंतोष और संभावित टूट की चर्चाओं के बीच एक अहम अपडेट माना जा रहा है.
दरअसल, 24 दिसंबर को उपेंद्र कुशवाहा ने पटना स्थित अपने आवास पर डिनर पार्टी आयोजित की थी, जिसमें पार्टी के तीनों विधायक मौजूद नहीं रहे. जबकि तीनों विधायक उसी दिन पटना में ही थे. उनकी गैरहाजिरी के बाद राजनीतिक गलियारों में अटकलें तेज हो गईं कि आरएलएम में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.
इसके बाद तीनों विधायकों का दिल्ली जाकर बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन से मुलाकात करना भी सियासी चर्चाओं को और हवा देने वाला कदम साबित हुआ. हालांकि, बीजेपी ने नितिन नबीन और आरएलएम विधायकों की मुलाकात को औपचारिक बताया है और इसे किसी राजनीतिक साजिश से जोड़ने से इनकार किया है.
विधायक रामेश्वर महतो ने शेयर की पोस्ट
इसी बीच अब विधायक रामेश्वर महतो ने सोशल मीडिया पर आलोक सिंह और माधव आनंद के साथ एक तस्वीर साझा की है. पोस्ट में लिखा गया है, "हम सब एकजुट हैं, आज भी साथ हैं और आगे भी साथ रहेंगे. एनडीए की मजबूती और बिहार के सर्वांगीण विकास के संकल्प के साथ हम साथ-साथ हैं. जय एनडीए."
इस संदेश को पार्टी के भीतर नेतृत्व से नाराजगी के बावजूद विधायकों की आपसी एकता और साझा रणनीति के संकेत के रूप में देखा जा रहा है.
क्यों नाराज बताए जा रहे थे विधायक
जानकारों का कहना है कि आरएलएम के चार विधायकों में से तीन विधायकों की नाराजगी की वजह कथित तौर पर पार्टी में परिवारवाद मानी जा रही थी. उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी के विधायक बनने और बेटे दीपक प्रकाश के मंत्री बनाए जाने के बाद पार्टी के अंदर असंतोष की खबरें सामने आती रही हैं. खासकर विधायक रामेश्वर महतो को मंत्री पद की उम्मीद थी, लेकिन उन्हें नजरअंदाज किए जाने से उनकी नाराजगी खुलकर सामने आई. हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया पर पार्टी नेतृत्व की नीयत और नीति पर सवाल उठाते हुए एक भावुक पोस्ट भी साझा किया था.