बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में पालतू सूअरों के चोरी होने की घटना से हड़कंप मच गया है. इस पूरे मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है. जिसके बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है. मामला सदर थाना क्षेत्र के भिखनपुरा का बताया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि चोरी हुए सूअरों की कीमत 2 लाख रुपये है.
जानकारी के अनुसार यहां राम सोगारथ मल्लिक जो पेशे से पशुपालक हैं. उनके पांच सूअर बाड़े से रहस्यमय ढंग से गायब हो गए. सूअरों के मालिक राम सोगारथ मल्लिक ने थाने में दिए आवेदन में बताया है कि तीन बड़े और दो छोटे सूअर चोरी हुए हैं. जिनकी अनुमानित कीमत दो लाख रुपये से अधिक है. राम सोगारथ मल्लिक का कहना है कि केरमा गांव के करण धनुकर और उसके साथियों पप्पू धनुकर एवं टुनटुन धनुक ने गिरोह बनाकर इस घटना को अंजाम दिया है.
यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश के एटा में भैंस चोरी करने गए अपराधियों ने किया बच्ची से दुष्कर्म
मल्लिक ने यह भी बताया कि कुछ दिन पूर्व अतरदह इलाके में करण धुनकर को 16 सूअरों के झुंड को हांकते हुए देखा गया था. जब राम सोगारथ मल्लिक ने करण से इस बारे में पूछताछ करने की कोशिश की, तो करण ने उल्टा उनके साथ झगड़ा कर लिया. पीड़ित का आरोप है कि करण धनुकर अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर एक सूअर चोरी गिरोह चला रहा है.
आसपास के सूअरों को चुराकर बाजार में बेचता है गैंग
गैंग आसपास के पालकों के पालतू सूअरों को चुपचाप गायब कर पटना के बाजारों में बेच देता है. पूरे मामले को लेकर सदर थाना प्रभारी अश्मित कुमार ने बताया कि इस मामले में शिकायत मिलते ही सदर थाने की पुलिस सक्रिय हो गई और जांच का जिम्मा दारोगा कौशल किशोर सिंह को सौंपा गया है.
फिलहाल पुलिस ने खबड़ा इलाके के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है. साथ ही पीड़ित की निशानदेही पर केरमा के तीन संदिग्ध युवकों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर जांच तेज कर दी गई है. पुलिस इस पूरे मामले की हर एंगल से जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों तक पहुंचने का दावा कर रही है.