प्यार, तकरार और इस विवाद के कितने किरदार... तेजप्रताप यादव और अनुष्का की लव स्टोरी में नए-नए किरदार सामने आते जा रहे हैं. उनकी पत्नी ऐश्वर्या ने पहले सवाल उठाए और अब अनुष्का के भाई ने भी लालू परिवार को घेरा है. इस लव स्टोरी में सवाल तेजस्वी से पूछे जा रहे हैं. उनके पिता लालू यादव से सवाल पूछे जा रहे हैं. बात तेज प्रताप से विवाद के आगे निकल चुकी है. सियासी गलियारों में चर्चा साजिश की होने लगी है.
दरअसल, शादीशुदा तेज प्रताप यादव की लव स्टोरी में सस्पेंस गजब है. ट्वीस्ट ऐसा कि सभी इस इश्किया कहानी का सच जानना चाह रहे हैं. तेज प्रताप-अनुष्का की लव स्टोरी में एक सवाल का जवाब मिलता है तो दूसरा सवाल सामने आ जाता है. दूसरा खत्म हो रहा तो तीसरा सामने आ रहा है. इसी तरह सामने आते जा रहे हैं किरदारों के चेहरे...
23 मई तक सब-कुछ ठीकठाक था. बिहार के चुनावी मौसम में आरजेडी महागठबंधन सरकार बनाने का दावा कर रही थी, लेकिन एक झटके में किरदारों की एंट्री होती है और पारिवारिक समीकरण पर संकट मंडराने लगता है. अब तो यह पूरा विवाद सियासी शतरंज की बिसात पर भी दिखने लगा है.
आखिर कौन से वो किरदार हैं? उन किरदारों की भूमिका क्या है? कैसे लालू परिवार इस भंवरजाल में फंस गया है. समझिए...
पहला किरदार- तेज प्रताप यादव
23 मई को तेज प्रताप मालदीव से लौटते हैं. अगले ही दिन यानि 24 मई को धमाका करते हैं. शादीशुदा तेज प्रताप खुल्लमखुल्ला कह देते हैं कि वो प्यार में हैं. लड़की की फोटो और उसका नाम भी बताते हैं. यह भी बताते हैं कि दोनों की 12 साल से रिलेशनशिप चल रही है.
दूसरी किरदार- अनुष्का यादव
इस लव स्टोरी की अहम किरदार अनुष्का यादव हैं. तेज प्रताप के प्यार का कबूलनामा अनुष्का के लिए था. हालांकि, बाद में तेज प्रताप ने अपने पोस्ट को डिलीट कर दिया और परिवार को बदनाम करने वाली साजिश बताया. लेकिन तीर कमान से निकल चुका था.
तीसरी किरदार- ऐश्वर्या राय
ऐश्वर्या राय... तेज प्रताप यादव की पत्नी. वो भी अपने पति के एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के बारे में जानते ही सामने आईं और सीधे तौर पर लालू-तेज प्रताप-तेजस्वी का नाम लेकर इंसाफ मांगा. तेज प्रताप और ऐश्वर्या की शादी साल 2018 में हुई थी और सालभर के अंदर ही दोनों अलग हो गए थे. दोनों के तलाक का मामला पटना की फैमिली कोर्ट में अंडर ट्रायल है.
अब आगे के तीन वो किरदार, जो तेज प्रताप के इजहार-ए-इश्क के बाद कहीं ना कहीं सियासी नजरिए से फैसले या आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं.
चौथे किरदार- लालू प्रसाद यादव
सबसे पहला नाम है- लालू यादव का. तेज प्रताप के पोस्ट के सामने आते ही पार्टी और यादव फैमिली में हड़कंप मच गया. RJD प्रमुख लालू प्रसाद ने एक्स पर ऐलान कर दिया कि उन्होंने अपने बड़े बेटे को पार्टी से निकाल दिया. परिवार से भी अलग कर दिया. लालू ने सामाजिक न्याय की दलील दी.
पांचवें किरदार- तेजस्वी यादव
एक अहम किरदार हैं तेजस्वी यादव... जिन्होंने अपने कृष्ण जैसे भैया के रिलेशन पर लालू के फैसलों का समर्थन किया है. वो बहुत कम बोल रहे हैं. करीब-करीब खामोश हैं और उनका यही अंदाज सियासत को हवा दे रहा है.
छठा किरदार- आकाश यादव
अब एक ऐसा किरदार, जो सबसे नया है और सबसे अहम भी. आकाश यादव... तेज प्रताप की दोस्त अनुष्का यादव के बड़े भाई. 24 मई को बहन के साथ तेज प्रताप ने रिश्तों का खुलासा किया तो 27 मई को पहली बार आकाश सामने आए और सियासी सस्पेंस की स्क्रिप्ट को और मजबूती दे दी.
ऐसे में सवाल पूछे जा रहे हैं कि तेज प्रताप के पोस्ट का सच क्या है. अनुष्का से उनके रिलेशनशिप की सच्चाई क्या है. करवा चौथ वाली तस्वीरों में कितनी सच्चाई है. क्या वाकई तेज प्रताप अब पत्नी ऐश्वर्या को भूलकर अपनी जिंदगी में अनुष्का के साथ आगे निकल चुके हैं.
इन सवालों के जवाब तेज प्रताप और अनुष्का से बेहतर कौन दे सकता है, लेकिन परिवार और सियासत के सवालों का सामना करने के लिए तेज प्रताप अब तक सामने नहीं आए. तेज प्रताप और अनुष्का की लव स्टोरी 24 मई को जगजाहिर हुई. तब से अब तक उन्होंने दो बार अपने पोस्ट लिखे.
तेज प्रताप ने साध ली चुप्पी
पहले पोस्ट में उन्होंने अनुष्का से रिलेशनशिप सार्वजनिक करने वाले पोस्ट को साजिश बताया. दूसरा पोस्ट एक दिन पहले आया. ये पोस्ट अपने नवजात भतीजे का स्वागत करने और भाई तेजस्वी को शुभकामनाएं देने के लिए था. लेकिन तेज प्रताप की चुप्पी के बीच पहले पत्नी ऐश्वर्या ने लालू के सामाजिक न्याय पर सवाल उठाए और फिर अनुष्का के भाई ने लालू परिवार को घेरा.
आकाश आए और धमकी भरे अंदाज में कह गए बात...
दरअसल, तेज प्रताप और अनुष्का की लव स्टोरी में ट्विस्ट तब आया, जब अनुष्का के भाई आकाश यादव आए. वही आकाश यादव जिनकी भूमिका पर लगातार सवाल उठते रहे हैं. ऐश्वर्या राय से रिश्ते बिगाड़ने जैसे आरोप लगते रहे हैं. लेकिन आकाश यादव आए तो अपनी बहन अनुष्का की जिंदगी की दलील दी. तेज प्रताप को भैया बताते हुए उनका समर्थन किया. साथ ही लालू परिवार को धमकी भरे अंदाज में कहा कि समय रहते सब सुधर जाए तो सबके लिए ठीक होगा.
आकाश यादव, तेज प्रताप के काफी करीब रहे हैं. तेज प्रताप ने उन्हें आरजेडी यूथ विंग का अध्यक्ष भी बनाया था. इसके लिए तेज प्रताप अपने परिवार से भी लड़े थे. हालांकि ऐसे मतभेद के बाद भी तेज प्रताप, तेजस्वी को अपना अर्जुन बताते रहे हैं.
लेकिन आकाश कह रहे हैं कि तेजस्वी की सियासी महत्वाकांक्षा ही तेज प्रताप के खिलाफ लालू के फैसले की असली जड़ है. ऐसे में लव अफेयर में अब सियासी समीकरण की एंट्री ने मामले को और हवा दे दी है. इसी बीच, तेजस्वी यादव के बेटे के जन्म के बाद पूरा परिवार अभी कोलकाता में है. लालू यादव भी वहीं मौजूद हैं. उन्होंने तेजस्वी के बेटे को इराज नाम दिया है. ये नाम भगवान हनुमान के नाम पर है.
आकाश यादव ने क्या दिखाए तेवर?
अनुष्का के भाई आकाश यादव कहते हैं कि तेजस्वी अगर तेजप्रताप के साथ मीडिया में आते तो मैं भी अनुष्का के साथ आता. समय रहते सुधार लिया जाए तो सब के लिए ठीक रहेगा. कभी मेरा परिवार कटोरा लेकर लालू परिवार के पास नहीं गया. ना ही मेरी कुछ डिमांड है. अभी तक तेजस्वी-लालू परिवार के हाथ में सबकुछ है कि वो बचा सकते हैं. अन्यथा जब चीजें हाथ से निकल जाएंगी तो ब्रह्मा भी नहीं बचा सकते. तेजप्रताप के खिलाफ साजिश की गई. तेजस्वी को कुर्सी पर बैठाने के लिए साजिश... तेजस्वी के ईर्द-गिर्द मौजूद लोगों की साजिश... तेजप्रताप के साथ अन्याय हुआ है. मुगल-ए-आजम के रूप में देखना चाह रहे हैं लालू जी को आपलोग? ठाकुर भानु प्रताप और हीरा ठाकुर की कहानी सुनाते हैं. आकाश कह रहा है कि दो साल बाद हीरा ठाकुर भी तैयार हो जाएगा.
क्या बोले साधु यादव?
साधु यादव कहते हैं कि पार्टी से बड़ा कोई नहीं है. लालू जी का फैसला सही है. साधु यादव ने आजतक से बातचीत में कहा, राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद का फैसला बिल्कुल सही है. इस फैसले पर कोई बहस नहीं हो सकती. मेरी परिवार के लोगों से कोई बातचीत नहीं हुई है. इस फैसले का चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. देश में पहले भी ऐसा लोग करते रहे हैं. यह कोई नई बात नहीं है.
बीजेपी नेता अश्विनी चौबे ने क्या कहा?
बीजेपी नेता अश्विनी चौबे कहते हैं कि 12 साल से अपना रिश्ता परिवार से छिपाए रखा था. पूर्व सीएम की पौती की क्या गलती थी? उससे शादी की और धोखा दिया. तेजप्रताप दोषी हैं. लालू जी देर से जागे हैं. ये बुद्धि पहले ही आना चाहिए थी. मां को बेटा बड़ा प्यारा होता है. घर से सही में निकालेंगे या नहीं, ये जनता देखेगी. तेज प्रताप ने लड़की के साथ अन्याय किया है. अन्याय का बदला भगवान स्वयं लेते हैं.