
बिहार की सियासत के लिए सोमवार का दिन बेहद अहम होने वाला है. नीतीश सरकार को बजट सत्र के दौरान फ्लोर टेस्ट से गुजरना होगा. इससे पहले बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है. आरजेडी और जेडीयू की ओर से अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं. सभी राजनीतिक दल अपने-अपने विधायकों को अपने-अपने खेमे में बांधने की कोशिश कर रहे हैं. आरजेडी और वाम दलों के विधायक जहां तेजस्वी यादव के सरकारी बंगले पर ठहरे हुए हैं, वहीं, बीजेपी के सभी विधायकों को पटना के होटल पाटलिपुत्र एग्जॉटिका में शिफ्ट किया गया है. उधर, जेडीयू ने अपने विधायकों को चाणक्य होटल में रुकने के लिए कहा गया है.
फ्लोर टेस्ट से पहले रविवार को जेडीयू के विधानमंडल की बैठक हुई. इसमें सभी 45 विधायक नहीं पहुंचे. जेडीयू के 4 विधायक बीमा भारती, सुदर्शन, दिलीप राय और रिंकू सिंह मीटिंग में शामिल नहीं हुए. इतना ही नहीं, जेडीयू विधायक बीमा भारती, सुदर्शन और दिलीप राय के मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ आ रहे हैं. इन विधायकों के अलावा डॉ. संजीव भी मीटिंग में नहीं पहुंचे. लेकिन वह पटना से बाहर हैं, इसे लेकर उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से बात की है. उधर, जीतनराम मांझी का फोन भी रात 10 बजे के आसपास स्विच ऑफ हो गया. उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है. वहीं, बीजेपी नेता नित्यानंद राय जीतनराम मांझी के आवास पर पहुंचे. एक ओर जहां आरजेडी ने दावा किया है कि बहुमत परीक्षण से पहले खेला होगा, वहीं कांग्रेस दावा कर रही है नीतीश सरकार गिरेगी.देर रात तक NDA के 8 विधायकों से संपर्क नहीं हो पा रहा है. सूत्रों के मुताबिक जेडीयू के 5 और बीजेपी के 3 विधायक संपर्क में नहीं हैं.
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कांग्रेस का दावा- नीतीश सदन का मुंह नहीं देखेंगे
हैदराबाद से पटना लौटे कांग्रेस के विधायकों ने कहा कि नीतीश कुमार सदन का मुंह नहीं देखेंगे. महागठबंधन सरकार बनाने का अपना दावा पेश करेगा. कांग्रेस ने दावा किया कि बीजेपी के 4 और जदयू के 9 विधायक गायब है. बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने बताया कि कांग्रेस के तमाम विधायक पटना पहुंच गए हैं, हम सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.
तेजस्वी के आवास पर पुलिस पहुंचने से हंगामा
देर रात उस वक्त हलचल मच गई थी, जब तेजस्वी यादव के आवास पर पुलिस पहुंची. दरअसल, आरजेडी विधायक चेतन आनंद को लेकर पटना पुलिस के पास शिकायत की गई थी की उन्हें 'किडनैप' करके तेजस्वी के आवास पर रखा गया है. हालांकि चेतन आनंद ने पुलिस से कहा कि वो अपनी मर्जी से यहां पर हैं. इसके बाद पुलिस वापस लौट गई.
पार्टी छोड़ने की अटकलों के बीच शालिनी मिश्रा की सफाई
शनिवार को जेडीयू के नेताओं की बैठक हुई थी, इस मीटिंग में विधायक शालिनी मिश्रा शामिल नहीं हुई थीं. इसके बाद अटकलें लगाई जाने लगी थीं कि वह पार्टी छोड़ रही हैं. इसी बीच शालिनी मिश्रा ने कहा कि मैंने पार्टी नेतृत्व को बताया था कि मैं कुछ विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए दिल्ली जा रही हूं. मेरे पास बैठक का निमंत्रण भी नहीं था. पार्टी नेतृत्व को पता था कि मैं कल पटना में नहीं हूं, पार्टी के किसी भी नेता ने मुझे यह पूछने के लिए भी फोन नहीं किया कि मैं बैठक में शामिल क्यों नहीं हुई. क्योंकि हर कोई जानता था कि मैं पटना में नहीं थी.
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NDA नेता बोले- तेजस्वी ने विधायकों को बंधक बनाया
केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने दावा किया कि डील पहले ही हो चुकी थी, जिसके कारण राजद नेतृत्व को अपने विधायकों को पटना में रखने के लिए मजबूर होना पड़ा. पारस ने दावा किया कि विधायकों को तेजस्वी के आवास में बंधक बनाकर रखा गया है, क्योंकि वे खुद खेला से डरते हैं. वहीं, जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने दावा किया कि तेजस्वी के अपने विधायकों को अपने आवास पर रखने के फैसले से पता चलता है कि पार्टी अपने विधायकों से सावधान है. उन्होंने दावा किया कि राजद के लिए जादुई आंकड़ा तो दूर, अपनी खुद की संख्या को पूरा करना भी मुश्किल होगा.
तेजस्वी के आवास पर क्रिकेट-शतरंज खेल रहे विधायक
आरजेडी विधायक रविवार दोपहर के भोजन के लिए तेजस्वी यादव के आवास पर पहुंचे, विधायकों को विश्वास मत तक वहीं रुकने के लिए कहा गया है. तेजस्वी यादव के आवास पर विधायक शतरंज और क्रिकेट खेल रहे हैं. तेजस्वी के आवास से एक वीडियो भी सामने आया है. वहीं, आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि संबंधित विधायकों ने अगले 48 घंटे एक साथ रहने के लिए कहा गया है और वे तेजस्वी के आवास के अंदर एक साथ क्वालिटी टाइम बिता रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि आरजेडी विधायक अंताक्षरी खेल रहे हैं.
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राजभवन और पुलिस भी अलर्ट मोड पर
बिहार में राजनीतिक संकट की आशंका के बीच राजभवन भी अलर्ट मोड पर है. राज्यपाल की लीगल टीम आज ही बदली जा चुकी है. राजभवन ने पूरे हालात पर नजर रखा हुआ है. उधऱ, पुलिस मुख्यालय ने भी अलर्ट जारी किया है. सोमवार शाम तक अलर्ट जारी रहेगा. पटना में विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है.
बिहार में क्या है नंबरों का आंकड़ा
बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें है. बहुमत का आंकड़ा 122 है, जबकि NDA के पास 128 का आंकड़ा है. जिसमें बीजेपी के पास 78 सीटें, JDU के पास 45 सीटें, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के पास 4 सीटें और एक निर्दलीय विधायक सुमित सिंह भी साथ हैं. जबकि विपक्ष के पास 114 विधायक हैं. इसमें आरजेडी के 79, कांग्रेस के 19, सीपीआई (एमएल) के 12, सीपीआई (एम) के 2, सीपीआई के 2 विधायक हैं.