बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने RJD सुप्रीमो लालू यादव के साथ आने वाले ऑफर को खारिज कर दिया है. नीतीश कुमार ने अपनी प्रगति यात्रा के दौरान मुजफ्फरपुर में कहा, 'हम इधर-उधर जाने वाले नहीं हैं, हम तो दो बार गलती से चले गए थे. अब उन लोगों का साथ छोड़ दिया है. अब हम पुराने साथियों के साथ हैं.' उन्होंने लालू और राबड़ी शासन का जिक्र करते हुए RJD पर निशाना साधा. नीतीश कुमार ने कहा, 'वो लोग कोई काम किया है? शाम के बाद कोई निकलता था? महिलाओं के लिए उन्होंने कोई काम नहीं किया.'
'नीतीश के लिए दरवाजा खुला है'
पिछले दिनों लालू यादव के एक बयान के बाद बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई थी. राजद प्रमुख लालू यादव ने कहा था कि 'नीतीश के लिए हमारा दरवाजा तो हमेशा खुला है और नीतीश को भी खुला रखना चाहिए. नीतीश आते हैं तो साथ काहे नहीं लेंगे? ले लेंगे साथ. नीतीश साथ में आएं, काम करें. नीतीश कुमार हर बार भाग जाते हैं, हम उनको माफ कर देंगे.'
बिहार के नए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान नीतीश कुमार और RJD नेता तेजस्वी यादव के बीच हुई मुलाकात की तस्वीरें सामने आईं थीं, जिसमें दोनों नेता मुस्कुरा रहे थे. इस तस्वीर ने सर्द जनवरी में बिहार के सियासी तापमान को बढ़ा दिया था.
नीतीश के बयान पर आरजेडी की प्रतिक्रिया
बिहार के मुख्यमंत्री के बयान पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा- 'नीतीश कुमार की विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है. बीजेपी के डर से नीतीश बार-बार सफाई दे रहे हैं. बीजेपी नीतीश कुमार को इधर-उधर करने के लायक नहीं छोड़ेगी. नीतीश की ना कुर्सी बचेगी और ना ही पार्टी.'
प्रगति यात्रा पर निकले हैं CM नीतीश कुमार
बता दें कि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार एक बार फिर राज्य की यात्रा पर निकले हैं. उनकी प्रगति यात्रा का दूसरा चरण 4 जनवरी से शुरू हुआ है, जो 13 जनवरी तक चलेगा. यात्रा के दूसरे चरण में वह बिहार के 6 जिलों का दौरा करेंगे. बिहार विधानसभा चुनाव में भले ही अभी 10 महीने का समय बचा हो, लेकिन राज्य के नेताओं ने अभी से सियासी ताना-बाना बुनना शुरू कर दिया है और अपने-अपने समीकरण साध रहे हैं.