बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र का आज दूसरा दिन है. इससे पहले सोमवार को विपक्षी दलों ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर जमकर हंगामा किया. विधानसभा सत्र का दूसरा दिन भी हंगामेदार है. वेल में विरोध कर रहे विधायकों और मार्शल के बीच धक्का-मुक्की हुई.
बिहार विधानसभा में SIR के विरोध में विपक्ष जमकर प्रदर्शन कर रहा है. राष्ट्रीय जनता दल के विधायक सतीश कुमार विरोध करते हुए टेबल पर चढ़ गए, जिसके बाद मार्शल्स ने उन्हें नीचे उतारा गया. वहीं, जबरदस्त हंगामे के बीच ही विधानसभा में विधेयक पेश किए जा रहे हैं.
हंगामे के बीच विधानसभा में पेश किए जा रहे विधेयक
सदन में हंगामे के बीच कई विधेयकों को पेश किया गया. सरकार की तरफ से मंत्री मंगल पांडे ने सदन में विधेयक पेश किया. धार्मिक न्यास संशोधन विधेयक 2025 को सदन में पेश किया गया. इसके अलावा बिहार मॉल सेवा कर प्रथम संशोधन विधेयक 2025, बिहार नगर पालिका संशोधन विधेयक 2025, बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त संशोधन विधेयक 2025, बिहार कृषि भूमि संशोधन विधेयक 2025, बिहार भूमिगत पाइपलाइन संशोधन विधेयक 2025 को पेश किया जाएगा.
इससे पहले विपक्ष के विरोध की वजह से विधानसभा के प्रवेश द्वार से एंट्री बाधित हुई. विपक्ष के विरोध की वजह से उपमुख्यंत्री सम्राट चौधरी को दूसरे वैकल्पिक गेट से सदन में जाना पड़ा था. मार्शल उन्हें किसी तरह सदन के भीतर लेकर गए थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा के पीछे वाले गेट से भीतर दाखिल हुए थे.
विपक्षी विधायक एसआईआर के मुद्दे पर हंगामा कर रहे हैं. इस दौरान पूरा विपक्ष सदन की वेल में है. मार्शल्स ने विरोध कर रहे विपक्षी विधायकों के प्लेकार्ड छीन लिए.
सदन में कार्यवाही की शुरुआत होते ही हंगामे के बीच ही प्रश्नोत्तरकाल शुरू किया गया. इस बीच हंगामे के बीच नीतीश कुमार कुछ कहने के लिए अपनी सीट से उठे भी लेकिन फिर बैठ गए. स्पीकर ने हंगामा कर रहे विपक्ष के विधायकों को चेतावनी दी.
वहीं, विधानसभा के गेट पर नंद किशोर यादव को विपक्षी विधायक रोकते नजर आए. इससे पहले भारी हंगामे के बीच विधानसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी. बता दें कि बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र 21 जुलाई से शुरू हुआ और यह 25 जुलाई तक चलेगा. यह 17वीं विधानसभा का अंतिम सत्र होगा. इसके बाद इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिस वजह से सत्र के हंगामेदार रह सकता है.