नौतन विधानसभा क्षेत्र पश्चिम चंपारण जिले के पश्चिमी हिस्से में स्थित एक सामान्य श्रेणी की सीट है. यह सीट 1967 में अस्तित्व में आई और अब तक 15 विधानसभा चुनावों (जिसमें 2009 का उपचुनाव भी शामिल है) में हिस्सा ले चुकी है. नौतन और बैरिया प्रखंड इस विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं. यह क्षेत्र पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट के अंतर्गत आता
है.
नौतन मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्र है, जहां शहरी मतदाताओं की संख्या केवल 1.56 प्रतिशत है. यह सड़क मार्ग से उत्तर-पश्चिम बिहार के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है. जिला मुख्यालय बेतिया पूर्व दिशा में लगभग 20 किलोमीटर दूर है. मोतिहारी करीब 55 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और नेपाल सीमा के पास रक्सौल लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. मुजफ्फरपुर 130 किलोमीटर और राज्य की राजधानी पटना लगभग 225 किलोमीटर दूर है.
नौतन का राजनीतिक इतिहास दिलचस्प रहा है. शुरुआती दशकों में यह कांग्रेस का मजबूत गढ़ था. कांग्रेस नेता केदार पांडे, जो आगे चलकर बिहार के मुख्यमंत्री भी बने, यहां से लगातार चार बार (1967 से 1977) जीते. बाद में वे राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय हुए और इंदिरा गांधी सरकार में मंत्री बने. उनके बाद उनकी पत्नी कमला पांडे ने 1980 और 1985 में यहां से जीत दर्ज की.
जनता दल (यूनाइटेड) ने यहां चार बार जीत हासिल की है, जिसमें 2000 का चुनाव उस समय की "समता पार्टी" के नाम पर शामिल है. जेडीयू के बैद्यनाथ प्रसाद महतो ने लगातार तीन बार जीत हासिल की थी. 2009 में लोकसभा सांसद बनने के बाद उनके इस्तीफे से उपचुनाव हुआ. बीजेपी ने इस सीट पर अब तक दो बार जीत दर्ज की है, जबकि सीपीआई, बसपा और एक निर्दलीय उम्मीदवार भी एक-एक बार जीत चुके हैं.
बीजेपी नेता नारायण प्रसाद 2015 से लगातार इस सीट पर काबिज हैं. दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने 2009 का उपचुनाव बसपा उम्मीदवार के रूप में जीता था. 2010 में एलजेपी से लड़े और दूसरे स्थान पर रहे. बाद में बीजेपी में शामिल होकर उन्होंने 2015 में जेडीयू के बैद्यनाथ प्रसाद महतो को 14,335 वोटों से हराया. 2020 में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार शेख मोहम्मद कमरान को 25,896 वोटों से हराकर अपनी बढ़त और मजबूत की.
2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने नौतन विधानसभा क्षेत्र में 24,595 वोटों की बढ़त बनाई. हालांकि यह 2019 की 52,356 वोटों की बढ़त से कम थी, फिर भी पार्टी के लिए चिंता का विषय नहीं माना गया.
2020 के विधानसभा चुनाव में नौतन में कुल 2,77,724 पंजीकृत मतदाता थे, जिनमें से 34,577 अनुसूचित जाति (12.45%) और 48,046 मुस्लिम मतदाता (17.30%) थे. 2024 के लोकसभा चुनाव तक मतदाताओं की संख्या बढ़कर 2,86,873 हो गई. चुनाव आयोग के अनुसार 2020 से 2024 के बीच 2,312 मतदाता सूची से बाहर हुए.
नौतन का भूभाग सपाट और उपजाऊ है. यहां धान, गेहूं, मक्का और गन्ना मुख्य रूप से उगाए जाते हैं. औद्योगिक ढांचे की कमी के कारण अधिकांश आर्थिक गतिविधियां अनौपचारिक हैं. गंडक नदी से आने वाली बाढ़ हर साल इस क्षेत्र को प्रभावित करती है. युवाओं का रोजगार के लिए शहरी क्षेत्रों और अन्य राज्यों में पलायन आम है.
बीजेपी को नौतन सीट पर 2025 विधानसभा चुनाव में मजबूत स्थिति में माना जा रहा है. विपक्षी महागठबंधन को यहां बीजेपी को चुनौती देने के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी होगी.
(अजय झा)