चनपटिया विधानसभा क्षेत्र बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में स्थित है. यह सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित सीट है. इस सीट का गठन 1957 में हुआ और तब से लेकर अब तक हर विधानसभा चुनाव में भाग ले चुकी है. चनपटिया प्रखंड और मझौलिया प्रखंड की 11 ग्राम पंचायतें (जैसे सरिसवा, हरपुर गरवा, नौतन खुर्द और बैठनिया भानाचक) इस क्षेत्र में शामिल हैं. यह सीट पश्चिम
चंपारण लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है, जो 2008 के परिसीमन से पहले बेतिया संसदीय सीट का हिस्सा थी.
चनपटिया एक प्रखंड स्तरीय कस्बा है, जो जिला मुख्यालय बेतिया से लगभग 18 किमी पश्चिम और राज्य की राजधानी पटना से करीब 225 किमी उत्तर-पश्चिम में स्थित है. यह सड़क और रेल मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा है. चनपटिया रेलवे स्टेशन मुजफ्फरपुर-गोरखपुर लाइन पर एक महत्वपूर्ण स्टॉप है. इसके आसपास नरकटियागंज (25 किमी उत्तर), सुगौली (40 किमी पूर्व), मोतिहारी (65 किमी दक्षिण-पूर्व), मुजफ्फरपुर (140 किमी दक्षिण-पूर्व) और दरभंगा (190 किमी दक्षिण-पूर्व) जैसे प्रमुख शहर हैं. नेपाल की सीमा पर बिरगंज कस्बा यहां से लगभग 60 किमी उत्तर-पूर्व में स्थित है.
यहां की जमीन उपजाऊ और समतल है. गन्ना, मक्का, गेहूं और धान मुख्य फसलें हैं. पास से बहने वाली गंडक नदी इस क्षेत्र की जीवनरेखा है, हालांकि हर साल आने वाली बाढ़ यहां की बड़ी समस्या बनी रहती है. कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान चनपटिया अपने “स्टार्टअप जोन” मॉडल के लिए चर्चा में आया, जिसके तहत प्रवासी श्रमिकों के पुनर्वास के लिए छोटे पैमाने पर परिधान और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित की गईं. यह मॉडल अब ग्रामीण उद्यमिता के लिए एक उदाहरण माना जा रहा है.
अब तक चनपटिया में 16 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. शुरुआती दौर (1957–1972) में कांग्रेस ने चार बार जीत दर्ज की. इसके बाद वाम दलों का दबदबा रहा और सीपीआई ने 1980, 1985 और 1995 में जीत हासिल की. समाजवादी दल (1972), जनता पार्टी (1977) और जनता दल (1990) ने एक-एक बार जीत दर्ज की. लेकिन 2000 के बाद से भाजपा ने इस सीट को अपना गढ़ बना लिया और लगातार छह चुनावों में जीत हासिल की.
भाजपा से कृष्ण कुमार मिश्रा, सतीश चंद्र दुबे, चंद्र मोहन राय, प्रकाश राय और उमाकांत सिंह जैसे नामी विधायक रह चुके हैं. 2020 में भाजपा के उमाकांत सिंह ने कांग्रेस के अभिषेक रंजन को 13,469 वोटों से हराया. 2015 में जीत का अंतर मात्र 464 वोट था.
2020 में इस सीट पर 2,75,439 मतदाता पंजीकृत थे, जिनमें 38,176 (13.86%) अनुसूचित जाति और 59,494 (21.60%) मुस्लिम मतदाता शामिल थे. यह सीट ग्रामीण बहुल है और यहां केवल 6.18% शहरी मतदाता हैं. मतदान प्रतिशत 63.84% दर्ज किया गया. 2024 लोकसभा चुनाव में मतदाताओं की संख्या बढ़कर 2,86,332 हो गई.
2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉ. संजय जायसवाल को चनपटिया से 24,091 वोटों की बढ़त मिली. हालांकि 2019 में यह बढ़त 57,297 थी, लेकिन भाजपा की पकड़ सीट पर अब भी मजबूत बनी हुई है. विधानसभा और संसदीय दोनों स्तरों पर भाजपा के लगातार दबदबे को देखते हुए, 2025 के चुनाव में पार्टी को किसी बड़ी चुनौती का सामना करने की संभावना नहीं है.
(अजय झा)