ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में रविवार रात हुई गोलीबारी में एक हमलावर समेत 16 लोगों की मौत हो गई. हमला सिडनी के बॉन्डी बीच पर हुआ जहां यहूदी त्योहार हनुक्का मनाने के लिए एक हजार से ज्यादा लोग जमा हुए थे. सिडनी पुलिस ने इसे आतंकवादी हमला बताते हुए कहा कि यह यहूदी समुदाय को निशाना बनाकर किया गया हमला था. यहूदियों को निशाना बनाए जाने को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भड़क गए हैं और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज पर यहूदियों की रक्षा न कर पाने का आरोप लगाया है.
सिडनी में हुई घातक गोलीबारी का जिक्र करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज से साफ कहा है कि उनकी सरकार की नीति 'आतंक को बढ़ावा देती है.'
नेतन्याहू ने आगे कहा, 'यह यहूदी-विरोध (एंटीसेमिटिज्म) को बढ़ावा देती है. आप फिलिस्तीनी राज्य की मांग कर रहे हैं और आप तो 7 अक्टूबर को किए गए भीषण नरसंहार के लिए हमास को इनाम दे रहे हैं. आप इन सभी दंगाइयों को वैधता दे रहे हैं और आतंक के इन अड्डों को खत्म करने के लिए उंगली तक नहीं उठा रहे हैं. इसका नतीजा और हत्याओं के रूप में निकलेगा.'
नेतन्याहू ने कहा कि अल्बनीज ने इसे रोकने के लिए कुछ भी नहीं किया. उन्होंने कहा कि अल्बनीज की नीति की वजह से आने वाले समय में इस तरह के और हमले देखने को मिल सकते हैं.
उन्होंने कहा, 'दुनिया भर में यहूदियों के लिए सुरक्षित स्थान वही है जहां सरकार, सेना और सुरक्षा बल उनकी रक्षा करते हों और इसमें सबसे आगे है इजरायल, क्योंकि हम अपनी रक्षा खुद करते हैं.'
नेतन्याहू ने ये टिप्पणियां हनुक्का त्योहार के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में की जहां धुर-दक्षिणपंथी नेता और नेतन्याहू सरकार के सहयोगी राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतमार बेन ग्विर भी मौजूद थे. इजरायली मीडिया के मुताबिक, कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि इजरायल आतंकियों के लिए मौत की सजा को अनिवार्य करने वाले विधेयक को आगे बढ़ा रहा है.
उन्होंने कहा, 'जो देश जीवन का सम्मान करता है, उसे अपने नागरिकों को नुकसान पहुंचाने वालों से साफ कहना चाहिए, अपने खून के जिम्मेदार वो खुद हैं.'
एंथनी अल्बनीज ने बॉन्डी हमले को लेकर कहा कि ऑस्ट्रेलिया में यहूदी-विरोध को जड़ से खत्म करने के लिए उनकी सरकार हर जरूरी कदम उठाएगी और उसे लागू करने के लिए अपने सभी जरूरी संसाधनों को झोंक देगी.
हमले के बाद नेतन्याहू की सरकार ने फैसला किया है कि संघीय कैबिनेट में बंदूक कानूनों में बदलाव पर चर्चा की जाएगी. इसमें एक व्यक्ति की तरफ से रखे जा सकने वाले हथियारों की संख्या सीमित करना और हथियार लाइसेंसों की अधिक बार समीक्षा पर चर्चा की जाएगी.
एंटीसेमिटिज्म से मुकाबले के लिए विशेष दूत जिलियन सेगल ने जुलाई में जारी अपनी सिफारिशों को तुरंत लागू किए जाने की मांग की है. उनका कहना है कि 'सिर्फ हमले की निंदा कर देना पर्याप्त नहीं है.'
सिडनी का हमला कथित तौर पर एक पिता-पुत्र ने मिलकर किया जिसमें 16 लोग मारे गए और दर्जनों लोग घायल हैं. बताया जा रहा है कि हमलावरों का संबंध पाकिस्तान से है.