इजरायल-हमास के बीच 7 अक्टूबर से जंग जारी है. इजरायल की सेना गाजा में घुसकर हमले कर रही है. इजरायल की 551वीं ब्रिगेड के सैनिकों ने गाजा में हमास के आतंकियों के घरों की तलाशी ली तो हैरान करने वाली सच्चाई सामने आई. इजरायली डिफेंस फोर्सेस (IDF) के मुताबिक इन घरों के अंदर बच्चों के बेडरूम में एक बेड के नीच रॉकेट मिले हैं. आतंकवादी बेत हनौन में हमास आतंकवादी सेल का हिस्सा था.
सैनिकों ने छापेमारी के बाद रॉकेट, विस्फोटक उपकरण और महत्वपूर्ण मात्रा में हथियार बरामद किए. बाद में इन हथियारों को नष्ट कर दिया गया. इसके अलावा आईडीएफ ने 2 इस्लामिक जिहाद आतंकवादियों के बीच रिकॉर्ड की गई बातचीत का खुलासा किया है, जिसमें आतंकवादी कह रहे हैं कि बच्चों के स्ट्रॉलर के जरिए हथियार कैसे ट्रांसफर किए जाते हैं.
वहीं, फिलिस्तीन की ओर से आरोप लगाए जा रहे हैं कि इजरायली सेना अब अस्पतालों पर अटैक कर रही हैं. वहीं, इजरायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग ने कहा कि हम अस्पतालों को निशाना नहीं बना रहे हैं. हमास ने अस्पतालों के नीचे कमांड और कंट्रोल सेंटर रखे हैं और वहां से वे हमारे नागरिकों को गोली मार रहे हैं. हमें अपनी रक्षा करने का अधिकार है. उनके पास मिसाइलें हैं.
हर्जोग ने कहा कि IDF को गाजा में छापे के दौरान बच्चों के कमरों से मिसाइलें मिली हैं. उनके पास पूरे नागरिक परिसर में आतंकी मशीनें हैं. इसलिए हम क्या करें. हम अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के नियमों के अनुसार सभी को पहले से सचेत करते हैं और हम लाखों फोन कॉल करते हैं, जो हम कर रहे हैं. हम युद्ध क्षेत्र में लोगों से कह रहे हैं कि अपना परिसर छोड़ दें, ताकि हम अंदर जा सकें.
इजरायली राष्ट्रपति ने कहा कि मैं सहमत हूं कि गाजा में कई नागरिक हैं, जो निर्दोष हैं. इसमें शामिल नहीं हैं. लेकिन क्योंकि इस जगह पर कब्जा कर लिया गया है, इसलिए हमें इसे हटाना होगा. अस्पतालों में हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई भी मरीज, डॉक्टर या चालक दल को चोट न पहुंचे, कोई भी ऑपरेशन न रुके.
उन्होंने कहा कि हम अल-शिफ़ा अस्पताल में बहुत सारे उपकरण, खान और ईंधन उपलब्ध करा रहे हैं. हमारा लक्ष्य अपने नागरिकों को वापस लाना है और हमारा लक्ष्य बंधकों को छुड़ाना है. हमारा एक बड़ा उद्देश्य है, यह सुनिश्चित करना कि हमास दोबारा ऐसा नहीं कर पाए.