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संसद में संबोधन, ट्रेड से लेकर डिजिटल पेमेंट तक पर डील... 5 देशों के दौरे के आखिरी पड़ाव पर नामीबिया पहुंचे PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्राजील के दौरे के बाद नामीबिया की ऐतिहासिक यात्रा पर हैं. प्रधानमंत्री मोदी की विदेश यात्रा 2 जुलाई को शुरू हुई थी और आज 9 जुलाई को खत्म होगी. इस दौरान वह घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील की यात्रा पूरी कर चुके हैं, और अब नामीबिया में हैं.

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पीएम नरेंद्र मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच देशों के अपने विदेश दौरे के अंतिम चरण में अब नामीबिया पहुंच चुके हैं. इससे पहले वे ब्राजील में BRICS शिखर सम्मेलन और द्विपक्षीय मुलाकातों को पूरा कर चुके हैं. नामीबिया की यह यात्रा ऐतिहासिक है क्योंकि लगभग तीन दशक बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री इस अफ्रीकी देश की आधिकारिक यात्रा पर हैं.

यह दौरा भारत और नामीबिया के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में अहम माना जा रहा है. दोनों देशों के बीच संबंधों की जड़ें भारत की उस ऐतिहासिक भूमिका में हैं जब उसने नामीबिया की आजादी की लड़ाई में खुलकर समर्थन किया था. भारत ने 1946 में संयुक्त राष्ट्र में नामीबिया की स्वतंत्रता का मुद्दा उठाया था और 1986 में SWAPO का पहला विदेशी कार्यालय भारत में खोला गया था.

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नामीबिया के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय वार्ता

नामीबिया की राजधानी विंडहोक में प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति नेतुम्बो नांदी-नदैतवाह के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. इसके अलावा वे नामीबिया की संसद की संयुक्त बैठक को भी संबोधित करेंगे. इस यात्रा का एक बड़ा आकर्षण एक टेक डील पर हस्ताक्षर होगा, जिससे दोनों देशों के बीच डिजिटल पेमेंट गेटवे का एक यूनिफाइड सिस्टम स्थापित की जा सकेगी. यह समझौता फिनटेक और डिजिटल सेक्टर में सहयोग को और मजबूती देगा.

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नामीबिया भारत के लिए क्यों अहम है?

नामीबिया के पास यूरेनियम, तांबा, कोबाल्ट, दुर्लभ खनिज और तेल जैसे अहम संसाधनों का बड़ा भंडार है. यह देश यूरेनियम ऑक्साइड का दुनिया का चौथा सबसे बड़ा उत्पादक है, जो परमाणु उद्योग में इस्तेमाल होता है. इसके अलावा यह देश जिंक और हाई क्वालिटी के हीरों के लिए भी मशहूर है. ग्लोबल लेवल पर क्लीन एनर्जी और बैटरी स्टोरेज की बढ़ती मांग के बीच, नामीबिया में कोबाल्ट, लिथियम और दुर्लभ खनिजों की नई परियोजनाओं की संभावनाएं बढ़ी हैं.

भारत-नामीबिया के बीच व्यापारिक संबंध

2023–24 में भारत और नामीबिया के बीच कुल द्विपक्षीय व्यापार लगभग 814 मिलियन डॉलर रहा, जिसमें आधे से ज्यादा हिस्सा भारतीय निर्यात का था. भारत ने नामीबिया में लगभग 800 मिलियन डॉलर का निवेश किया है, जो खासतौर से माइनिंग से जुड़ा है. 2022 में नामीबिया से भारत के कुनो नेशनल पार्क में आठ चीते लाए गए थे, जो दोनों देशों के बीच संबंधों का एक अहम पड़ाव रहा.

भारतीय नेताओं को नामीबिया दौरा

भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 2016 में नामीबिया की यात्रा की थी, वहीं नामीबिया के राष्ट्रपति हेग गेंगोब 2015 में भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन में भाग लेने दिल्ली आए थे. पीएम मोदी और राष्ट्रपति गेंगोब की आखिरी मुलाकात 2019 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान हुई थी.

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2023 में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने नामीबिया का दौरा किया था. उन्होंने राष्ट्रपति गेंगोब से मुलाकात की थी और पहली जॉइंट कमीशन बैठक की सह-अध्यक्षता की. साथ ही उन्होंने विंडहोक में इंडिया-नामीबिया सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन आईटी का उद्घाटन किया.

दोनों देश खनन, ऊर्जा, स्वास्थ्य, कृषि और बुनियादी ढांचे में सहयोग बढ़ाने की संभावनाएं तलाश रहे हैं. भारत और साउदर्न अफ्रीकन कस्टम्स यूनियन (SACU) के बीच प्रिफरेंशियल ट्रेड अरेंजमेंट के लिए बातचीत भी चल रही है, जिसमें नामीबिया की अहम भूमिका हो सकती है.

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