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पाकिस्तान ने ज्योति मल्होत्रा ​​ही नहीं, कई विदेशी महिला इंफ्लुएंसर्स को भी बनाया अपनी इमेज चमकाने का जरिया

आजतक ने अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड और स्कॉटलैंड से कम से कम 5 सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर की पहचान की है, जिनका कॉन्टेंट पाकिस्तान के सरकारी नैरेटिव से मेल खाता है. ये व्लॉगर्स अक्सर पाकिस्तान के गांवों, शहरों और स्कूलों में जाकर वीडियो बनाते हैं, जिसमें पाकिस्तान को कथित शांतिप्रिय, सुरक्षित और प्रगतिशील देश के रूप में दिखाया जाता है.

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पाकिस्तान अपनी इमेज चमकाने के लिए विदेशी महिला इंफ्लुएंसर्स को जरिया बना रहा है
पाकिस्तान अपनी इमेज चमकाने के लिए विदेशी महिला इंफ्लुएंसर्स को जरिया बना रहा है

पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के साथ कथित संबंधों और उनके नैरेटिव को बढ़ावा देने के आरोप में सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी ने पाकिस्तान की पोल खोल दी है. पाकिस्तान अब सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दुनियाभर की प्रभावशाली महिलाओं को निशाना बना रहा है और वह अपनी ग्लोबल इमेज को फिर से चमकाने के लिए उनके प्लेटफॉर्म्स का सहारा ले रहा है, खासकर महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा और सुरक्षा के मुद्दों पर इन्हें टूल की तरह प्रयोग किया जा रहा है.

आजतक ने अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड और स्कॉटलैंड से कम से कम 5 सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर की पहचान की है, जिनका कॉन्टेंट पाकिस्तान के सरकारी नैरेटिव से मेल खाता है. ये व्लॉगर्स अक्सर पाकिस्तान के गांवों, शहरों और स्कूलों में जाकर वीडियो बनाते हैं, जिसमें पाकिस्तान को कथित शांतिप्रिय, सुरक्षित और प्रगतिशील देश के रूप में दिखाया जाता है. हालांकि इन वीडियो में अक्सर यह देखा गया है कि वे स्थानीय गाइड्स और पुलिस की निगरानी में घूमते हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इनकी यात्रा स्वतन्त्र नहीं होती.

 

 

थंबनेल और कैप्शन बताते हैं कि विदेशी व्लॉगर पाकिस्तान की किस तरह तारीफ करते हैं

 

PAK की इमेज चमकाने की कोशिश

ब्रिटिश कंटेंट क्रिएटर द्वारा संचालित YouTube चैनल 'Shamozai Mangoes' इसका बड़ा उदाहरण है. रेबेका के नाम से जानी जाने वाली व्लॉगर ने पिछले 2 सालों में पाकिस्तान पर विशेष रूप से 23 वीडियो अपलोड किए हैं. वह एक ट्रैवल ब्लॉगर होने का दावा करती है, फिर भी उसकी सामग्री पूरी तरह से पाकिस्तान पर केंद्रित है, जिससे उसके चैनल के उद्देश्य पर सवाल उठते हैं.

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एक वीडियो में रेबेका कहती नजर आती हैं कि मुझे बताया गया है कि पाकिस्तान कितना खतरनाक है, मुझे वहां नहीं जाना चाहिए. लेकिन मैं खुद देखना चाहती थी. वह कहती हैं कि मैं नॉर्दर्न लड़की हूं, मुझे डर नहीं लगता. एक अन्य वीडियो में वे पाकिस्तानी पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो बनाती हैं, और ये दिखाने की कोशिश करती हैं कि पाकिस्तान महिलाओं के लिए सुरक्षित है.

उनके एक वीडियो में स्थानीय हैंडलर कहते हैं कि हमने एक YouTube चैनल बनाया और रेबेका को खुद पाकिस्तान देखने के लिए आमंत्रित किया. जब वह वापस यूके जाएगी, तो वह सभी को हमारे देश के बारे में बताएगी. दिलचस्प बात ये है कि 63,000 से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स वाले उनके Facebook पेज पर पाकिस्तान के समर्थन में पोस्ट की भरमार है. इसमें पाकिस्तान की क्रिकेट टीम का समर्थन करने से लेकर PAK का स्वतंत्रता दिवस मनाने तक की पोस्ट शामिल हैं. 2022 में 'Shamozai Mangoes' नाम की एक X प्रोफ़ाइल ने पाकिस्तान में बाढ़ के बाद एक क्राउडफ़ंडिंग लिंक पोस्ट किया था.

एक स्क्रिप्ट, अलग-अलग चेहरे

नीदरलैंड की एक और इन्फ्लुएंसर फ़्लोरा गोनिन भी यही बात दोहराती हैं. वह कहती हैं कि मेरा लक्ष्य यह दिखाना है कि पाकिस्तान में यात्रा करना वास्तव में कैसा होता है- ख़ास तौर पर एक विदेशी महिला के तौर पर, और यह दिखाना है कि यह वैसा नहीं है जैसा पश्चिमी मीडिया इसे दिखाता है. उनके चैनल के 90,000 से ज़्यादा सब्सक्राइबर हैं, जिनके यूट्यूब चैनल पर 40 में से 22 वीडियो पाकिस्तान पर हैं, एक क्लिप में वह बहावलपुर शहर के उन हिस्सों की यात्रा करती दिखती हैं, जिसे वह विदेशियों के लिए प्रतिबंधित बताती हैं. वीडियो में उन्हें पुलिस एस्कॉर्ट के साथ दिखाया गया है. वीडियो में गोनिन अपने दर्शकों को यह समझाने की कोशिश करती हैं कि पाकिस्तान में महिलाओं के लिए यात्रा करना सुरक्षित है.

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ये लिस्ट यहीं खत्म नहीं होती है. अमेरिकी व्लॉगर वैली बी, ऑस्ट्रेलिया की इरीना यामिंस्का और स्कॉटलैंड के एलन और शैनन जैसे एंफ्लुएंसर का पैटर्न लगभग एक जैसा है. पाकिस्तान को महिलाओं के लिए सुरक्षित दिखाना, मेहमाननवाजी की तारीफ, आतंकवाद और अस्थिरता की चिंताओं को खारिज करना.

महिला व्लॉगर्स का चयन क्यों?

पश्चिमी महिला व्लॉगर्स को चुनने की रणनीति इसलिए अपनाई गई है, क्योंकि वे निष्पक्ष और सहानुभूतिपूर्ण नजर आती हैं. इससे दर्शकों को लगता है कि ये लोग अपने अनुभव साझा कर रही हैं, जबकि वास्तव में यह एक रणनीतिक प्रयास है पाकिस्तान की छवि सुधारने का. बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपने नागरिकों को पाकिस्तान यात्रा से बचने की सलाह दी है, यह बताते हुए कि वहां आतंकवाद और संघर्ष का खतरा बना हुआ है.

छवि सुधार की यह रणनीति क्यों?

पाकिस्तान इस समय आंतरिक सुरक्षा संकट और आर्थिक बदहाली से जूझ रहा है. पारंपरिक कूटनीति से बात नहीं बनती दिख रही है, इसलिए अब वह डिजिटल इंफ्लुएंसर्स और व्लॉगर्स के जरिए वैश्विक जनमत को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है.
 

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