1996 विश्व कप जिताने वाले श्रीलंकाई क्रिकेट के महान खिलाड़ी अर्जुन रणतुंगा ने पाकिस्तान के सियालकोट में 3 दिसंबर को एक कारखाने में काम करने वाली श्रीलंकाई नागरिक प्रियांथा दियावदानगे की भीषण लिंचिंग के मद्देनजर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को एक खुला पत्र लिखा है, जिसमें रणतुंगा ने कहा है कि "इमरान खान पाकिस्तानी समुदाय के कुछ गुमराह व्यक्तियों को हर किसी के साथ व्यवहार करने के लिए सिखाने में सक्षम होंगे. वही सम्मान और गरिमा जिसके सभी इंसान हकदार हैं" उन्होंने प्रियंता दियावदानगे के खिलाफ किए गए बर्बर, हिंसक अपराध को न्याय दिलाने के लिए किए गए प्रयासों के लिए भी पत्र में लिखा है.
इमरान खान को खुली चिट्टी
1996 के विश्व कप विजेता श्रीलंकाई कप्तान ने कहा कि दोनों देशों के बीच का बंधन "हमेशा ताकत और एकजुटता का रहा है". "जब श्रीलंका एक बार निराशा में था, यह पाकिस्तान था जिसने हमारे सैनिकों का समर्थन किया, और 1996 में जब अन्य देशों ने श्रीलंका में चल रहे गृहयुद्ध के कारण क्रिकेट विश्व कप में भाग लेने से इनकार कर दिया, तब पाकिस्तान एवं अन्य एशियाई देशों के साथ, जैसे भारत हमारे साथ खड़ा रहा और सहयोगी एशियाई टीम के साथ श्रीलंका आकर समर्थन किया."
थोड़ा संदेश, थोड़ी नसीहत
रणतुंगा ने प्रधानमंत्री इमरान खान को कहा कि "आप हमेशा चुनौतियों का सामना करने में अडिग रहे हैं चाहे वह क्रिकेट के मैदान पर हो या राजनीतिक क्षेत्र में, उसी तरह, मुझे उम्मीद है कि आप पाकिस्तानी समुदाय के कुछ गुमराह व्यक्तियों को सभी के साथ समान सम्मान और सम्मान के साथ व्यवहार करने के लिए सिखाने में सक्षम होंगे."अंत में, रणतुंगा ने पत्र में कहा कि वह "इस जघन्य अपराध को करने के लिए सभी व्यक्तियों को दोषी खोजने और उन्हें न्याय दिलाने के प्रयासों" के लिए एक बार फिर प्रधानमंत्री को धन्यवाद देना चाहते हैं.
आपको बता दें कि पाकिस्तान के सियालकोट में एक निजी कारखाने में प्रबंधक के रूप में कार्यरत श्रीलंकाई नागरिक प्रियांथा दियावादनगे को 3 दिसंबर को ईशनिंदा का आरोप लगाने के बाद भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला था. जिसको लेकर पूरे दुनिया में पाकिस्तान की थू-थू हुई थी.