पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. भारत ने आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई का संकल्प लिया है, जिसके बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. ऐसे में पाकिस्तान लगतार अमेरिका से मदद की गुहार लगा रहा है.
अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत रिजवान सईद ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस मामले में दखल देना चाहिए. उन्होंने कहा कि ट्रंप को भारत और पाकिस्तान के बीच के तनाव को कम करने की कोशिश करनी चाहिए, ठीक उसी तरह से जिस तरह से उन्होंने यूरोप और पश्चिमी एशिया में तनाव को कम किया है.
शांति के मसीहा हैं ट्रंप?
पाकिस्तानी राजदूत रिजवान सईद ने कहा कि ट्रंप एक ऐसे राष्ट्रपति हैं, जो दुनिया में शांति के लिए खड़े रहते हैं. इस समय कश्मीर से बड़ा और विवादित मुद्दा कोई नहीं है.
शेख का कहना है कि हम युद्ध नहीं चाहते. हम शांति चाहते हैं. शांति का एजेंडा हमारी इकोनॉमी के अनुकूल है. यह हमारे राष्ट्र के अनुकूल है. हम शांति और सम्मान चाहते हैं. पाकिस्तान सम्मान को तरजीह देता है.
कहा जा रहा है कि रिजवान ने पाकिस्तानी सेना के आदेश पर आनन-फानन में राष्ट्रपति ट्रंप से गुहार लगाई है कि वह भारत के साथ पाकिस्तान का तनाव कम कराए क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने अपी सने को खुली छूट दे दी है, जिससे पाकिस्तान पैनिक मोड में है.
इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मौजूदा हालात पर फोन पर बात की थी. इस दौरान शहबाज शरीफ ने अमेरिका से अपील की थी कि वह भारत पर जिम्मेदारी से पेश आने और बयानबाजी कम करने का दबाव बनाएं. शरीफ ने यह भी कहा था कि भारत के उकसाने वाले रवैये से क्षेत्रीय हालात बिगड़ सकते हैं. शरीफ ने रुबियो से अपील की थी कि वह भारत पर बयानबाजी कम करने का दबाव बनाए.