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पाकिस्तान लौटने पर फिर जेल भेजे जाएंगे नवाज शरीफ? कार्यवाहक PM ने दिया ये जवाब

फरवरी 2020 में नवाज को भगोड़ा घोषित कर दिया गया था. बाद में उसी वर्ष, एक कोर्ट ने उन्हें तोशाखाना वाहन संदर्भ में घोषित अपराधी घोषित कर दिया. मंगलवार को नवाज के छोटे भाई और पीएमएल-एन अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने लंदन में कहा कि उनके भाई आगामी चुनावों में पार्टी के राजनीतिक अभियान का नेतृत्व करने के लिए 21 अक्टूबर को ब्रिटेन से पाकिस्तान लौटेंगे.

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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (फाइल फोटो)
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (फाइल फोटो)

पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अगले महीने लंबे समय बाद वापस पाकिस्तान लौट रहे हैं. तोशखाना मामले में अपराधी घोषित नवाज शरीफ की गिरफ्तारी पर कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवार-उल हक काकर ने कहा है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां उनके देश लौटने के बाद गिरफ्तारी पर फैसला करेंगी. न्यूज एजेंसी के मुताबिक बुधवार को काकर ने एक न्यूज चैनक के साथ इंटरव्यू के दौरान एक सवाल के जवाब में ये बात कही.

दरअसल, फरवरी 2020 में नवाज को भगोड़ा घोषित कर दिया गया था. बाद में उसी वर्ष, एक कोर्ट ने उन्हें तोशाखाना वाहन संदर्भ में घोषित अपराधी घोषित कर दिया.

इंटरव्यू के दौरान जब काकर से पूछा गया कि क्या नवाज को हथड़की लगाई जाएगी तो उन्होंने कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां (एलईए) इस मामले पर फैसला करेंगी. अगर उन्हें लगता है कि उन्हें (नवाज को) जंजीरों में जकड़ना चाहिए तो वे उस रास्ते को अपनाएंगे. एलईए का नेतृत्व उनकी गिरफ्तारी के मुद्दे को अपनी सर्वोत्तम क्षमता के अनुसार तय करेगा.

उन्होंने कहा कि मैं दोहराता हूं कि कानूनी और कानून प्रवर्तन एजेंसियों का नेतृत्व मौजूद है. वे जो भी निर्णय लें, चाहे वे उन्हें (नवाज को) सलाखों के पीछे भेजें या आवाजाही की स्वतंत्रता दें, यह न्यायिक प्रक्रिया और कानून प्रवर्तन के नेतृत्व का निर्णय होगा. हालांकि, कार्यवाहक प्रधान मंत्री ने कहा कि अगर सरकार को लगेगा कि नवाज या एलईए कानून की अवहेलना कर रहे हैं तो वह हस्तक्षेप कर सकती है.

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बता दें कि मंगलवार को नवाज के छोटे भाई और पीएमएल-एन अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने लंदन में कहा कि उनके भाई आगामी चुनावों में पार्टी के राजनीतिक अभियान का नेतृत्व करने के लिए 21 अक्टूबर को ब्रिटेन से पाकिस्तान लौटेंगे.

इलाज के बहाने विदेश भाग गए थे नवाज

गौरतलब है कि लाहौर हाईकोर्ट द्वारा इलाज के लिए विदेश जाने की चार सप्ताह की अनुमति दिए जाने के बाद नवाज नवंबर 2019 में लंदन चले गए. लेकिन वह कभी पाकिस्तान नहीं लौटे. उन्हें पाकिस्तान में भ्रष्टाचार का दोषी ठहराया गया और जेल में डाल दिया गया था. उन्हें 2018 में अल-अजीजिया मिल्स और एवेनफील्ड भ्रष्टाचार मामलों में दोषी ठहराया गया था. वह अल-अजीजिया मिल्स मामले में लाहौर की कोट लखपत जेल में सात साल की कैद की सजा काट रहे थे. इस बीच उन्हें 2019 में "चिकित्सा आधार" पर लंदन जाने की अनुमति दी गई थी. 

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