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UN चीफ गुटेरेस ने ऐसा क्या कहा कि इजरायल ने मांग लिया इस्तीफा?

संयुक्त राष्ट्र चीफ एंटोनियो गुटेरेस ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र की एक बैठक में इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानूनों का सम्मान किया जाना चाहिए. उनके इसी बयान पर इजरायल भड़क गया है.

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यूएन में इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान और एंटोनियो गुटेरेस
यूएन में इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान और एंटोनियो गुटेरेस

इजरायल और हमास की जंग ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है. दुनिया दो खेमों में तब्दील हो चुकी है. एक तरफ गाजा पर इजरायल के हमले की निंदा की जा रही है तो दूसरी तरफ इजरायल ने हमास की तुलना आईएसआईएस से कर दी है. लेकिन अब यह जंग संयुक्त राष्ट्र की दहलीज तक पहुंच गई है. इजरायल और हमास की जंग को लेकर मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में चर्चा हुई. इस चर्चा के बीच यूएन में इजरायल के राजदूत ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से इस्तीफे की मांग कर डाली. 

संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान (Gilad Erdan) ने यूएन चीफ एंटोनियो गुटेरेस से तुरंत इस्तीफा देने की मांग की है. एर्दान ने कहा कि यूएन चीफ बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की सामूहिक हत्या को लेकर जो समझ दिखाई है, वह संयुक्त राष्ट्र का नेतृत्व करने के लिए उपयुक्त नहीं हैं. मैं उनसे तुरंत इस्तीफा देने की मांग करता हूं. ऐसे लोगों से बात करने का कोई औचित्य नहीं है, जो इजरायलियों और यहूदी लोगों के खिलाफ सबसे भयावह अत्याचारों को लेकर संवेदना जताते हैं. मेरे पास शब्द नहीं है. 

उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब इजरायल पर रॉकेट दागे जा रहे हैं. यूएन प्रमुख ने बिना किसी संदेह के यह साबित कर दिया है कि वह इस क्षेत्र की वास्तविकता से पूरी तरह से अनजान हैं. वह नाजी हमास के नरसंहार को अनैतिक तरीके से देखते हैं. 

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एर्दान ने कहा कि गुटेरेस का यह बयान कि हमास का हमला कोई अचानक से नहीं हो गया. आतंकवाद और हत्या से सहानुभूति जैसा है. यह समझ से परे है. यह काफी दुखद है कि होलोकॉस्ट के बाद गठित किसी संगठन के प्रमुख के इस तरह के भयावह विचार हो सकते हैं. यह त्रासदीपूर्ण हैं.

गुटेरेस के किस बयान से नाराज है इजरायल?

यूएन चीफ एंटोनियो गुटेरेस ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र की एक बैठक में इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानूनों का सम्मान किया जाना चाहिए. 

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गाजा पट्टी पर इजरायली सेना की बमबारी पर चिंता जताते हुए कहा था कि कोई भी पक्ष अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून से ऊपर नहीं है. गाजा के हालत दयनीय बने हुए हैं. वहां लोग भोजन, पानी और दवा जैसी बुनियादी चीजों की किल्लत से जूझ रहे हैं. ऐसे में उन्होंने इजरायल और हमास से तत्काल मानवीय युद्धविराम की अपील की थी.

गुटेरेस ने मिडिल ईस्ट पर सुरक्षा परिषद की मंत्रिस्तरीय बैठक में कहा था कि मैं सभी से अपील करता हूं कि इससे पहले कि इस युद्ध में और निर्दोष लोगों की जान चली जाए, इसे रोक देना चाहिए. अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को यह मांग करनी चाहिए कि सभी पक्ष अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत अपने दायित्वों का पालन करें.

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इस बैठक में अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन, फिलिस्तीन के विदेश मंत्री रियाद अल मलिकी और ब्राजील के विदेश मंत्री माउरो विएरा भी शामिल हुए थे.

कैसी शुरू हुई जंग?

इजरायल और हमास के बीच युद्ध का बुधवार को 19वां दिन है. बीते सात अक्टूबर को फिलिस्तीनी आर्म्स ग्रुप हमास ने गाजा पट्टी से रॉकेट हमलों की झड़ी लगा दी थी. ये हमले इजरायल पर किए गए थे. हमास ने हमलों की जिम्मेदारी ली और इसे इजरायल के खिलाफ सैन्य कार्रवाई बताया. हमास ने गाजा पट्टी से करीब 20 मिनट में 5,000 रॉकेट दागे थे. इतना ही नहीं, इजरायल में घुसपैठ की और कुछ सैन्य वाहनों पर कब्जा कर लिया था. इस जंग में दोनों ओर से सैंकड़ों लोगों की मौत हो गई है. 

इजरायल की तरफ से गाजा पट्टी पर लगातार बमबाजी की जा रही है. वहीं, फिलिस्तीन में हमास के लड़ाके भी शांत नहीं पड़े हैं. वो इजरायल पर अभी भी तीन मोर्चे से अटैक कर रहे हैं. लेबनान, समंदर से सटे इलाके और इजिप्ट से सटे साउथ गाजा से रॉकेट और मिसाइलें दागी जा रही हैं.

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