मुंबई की रहने वाली एक महिला ने पाकिस्तान के एक शख्स से शादी की थी. वह अपने पति के साथ लाहौर में रह रही थी. अब कहा जा रहा है कि उसका पति उसके साथ मारपीट और टॉर्चर करता है. इस मामले को लेकर महिला ने अब स्थानीय पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है. शिकायत के आधार पर पुलिस ने उसे प्रताड़ित करने, उसका पासपोर्ट जब्त करने, धमकियां देने और अवैध रूप से बंधक बनाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है.
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की पुलिस ने कहा कि भारतीय महिला फरजाना बेगम के संदिग्ध पति की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. एक भारतीय न्यूज एजेंसी से बातचीत में फरजाना बेगम ने पाकिस्तान में अपनी आपबीती सुनाई. चीता कैंप मुंबई की रहने वाली फरजाना 2006 में एक सैलून में नौकरी के लिए अबू धाबी चली गई थी. वह 5,000 दिरहम कमा रही थी.
यूसुफ इलाही से 2015 में हुई मुलाकात और शादी
2015 में फरजाना अपने दोस्तों के साथ एक मिलन समारोह के दौरान मिर्जा यूसुफ इलाही से मिलीं. उसी साल दोनों ने शादी करने का फैसला किया. फरजाना और इलाही दोनों तलाकशुदा थीं. फरजाना की पहली शादी से एक बेटा और एक बेटी थी जबकि इलाही की पहली दो पत्नियों से छह बच्चे थे और यह उसकी चौथी शादी थी. फरजाना ने बताया कि शादी के बाद तीन साल तक वे यूएई में ही रह रहे थे और वहीं उनके दो बच्चे हुए.
बेटों के नाम पर घर खरीदा तो हो गया विवाद
2018 के अंत में, फरजाना ने बताया कि वह अपनी पति और बच्चे के साथ पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर चली गई. उन्होंने कहा, "हमारे झगड़े तब शुरू हुए जब मेरे पति ने रहमान गार्डन लाहौर में मेरे बच्चों के नाम पर एक बड़ा घर और एक कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स खरीदा, क्योंकि उनकी पहली पत्नी से बेटियां इसके खिलाफ थीं." इसके बाद, इलाही ने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया और उसे अपने देश वापस चले जाने को कहा.
जबरन निर्वासित करने का आरोप
फरजाना के मुताबिक, "इलाही ने स्थानीय पुलिस को यह भी बताया कि मैं यहां अवैध रूप से रह रहा हूं. उसके बाद, कुछ पुलिसकर्मी दो अन्य लोगों के साथ मेरे घर आए और मुझे जबरन निर्वासित करने के लिए वाघा सीमा पर ले गए. मैंने विरोध किया और वाघा में अधिकारियों को बताया कि मेरे दो बच्चे हैं और मेरे पति मुझसे छुटकारा पाना चाहते थे. वहां कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप पर मुझे घर जाने की अनुमति दी गई.'
उन्होंने कहा कि वह अपने बच्चों के बिना भारत वापस नहीं जाएंगी. उन्होंने कहा, "मैं पाकिस्तान सरकार और भारतीय दूतावास से अनुरोध करती हूं कि इस पर ध्यान दिया जाए और इलाही को गिरफ्तार कर मेरा पासपोर्ट बरामद किया जाए." साथ ही उन्होंने पुलिस से सुरक्षा भी मांगी है.