भारत के प्याज निर्यात पर प्रतिबंध ने नेपाल के लिए भारी दिक्कत पैदा कर दी है. नेपाल प्याज के लिए पूरी तरह भारत पर निर्भर है और इस प्रतिबंध के बाद नेपाल में प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं. इसे देखते हुए नेपाल भारत से प्याज निर्यात प्रतिबंध में छूट की मांग करने जा रहा है. नेपाल के उद्योग मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा है कि बाजार में भारतीय प्याज की भारी किल्लत हो गई है जिसे देखते हुए सरकार भारत से प्रतिबंध में छूट की अपील करने जा रही है.
नेपाली अधिकारी ने नेपाल के प्रमुख अखबार 'द काठमांडू पोस्ट' से बातचीत में कहा, 'प्याज व्यापारियों ने हमसे अनुरोध किया है. उनके कहे अनुसार, हमने भारत सरकार से नेपाल को प्याज भेजने का अनुरोध करने का निर्णय लिया है. हम जल्द ही भारत सरकार को यह अनुरोध भेजेंगे.'
भारत ने गेहूं, चावल और चीनी के बाद 8 दिसंबर को प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था ताकि घरेलू स्तर पर इन सामानों की किल्लत न हो और महंगाई न बढ़े.
नेपाल अपने जरूरत का सारा प्याज भारत से खरीदता है और भारत के ऐसे किसी भी फैसले से नेपाल के बाजारों में हचलच पैदा हो जाती है. हालांकि, भारत सरकार ने अपनी निर्देश में यह भी कहा है कि सरकार उन देशों को प्रतिबंध में छूट दे सकती है जिनकी सरकार प्याज खरीद के लिए अनुरोध करेंगे.
चीन से और प्याज खरीदेगा नेपाल
नेपाल के सरकारी अधिकारियों का कहना है कि भारत के अलावा अन्य देशों से भारी मात्रा में प्याज का आयात संभव नहीं है क्योंकि दूर देशों से प्याज मंगाने पर वो खराब हो सकती है. भारत पड़ोसी देश है जहां से प्याज खरीद के बाद उसकी सप्लाई में वक्त कम लगता है.
नेपाली अधिकारी ने साथ ही यह भी कहा कि नेपाल प्याज के लिए चीन का रुख भी कर सकता है. उन्होंने कहा, 'हालांकि, अगर भारत सरकार से मंजूरी मिलने में समय लगता है, तो हम चीन सहित कुछ और देशों से प्याज खरीद सकते हैं.'
'चीन के प्याज में स्वाद नहीं'
प्याज की बढ़ती महंगाई के बावजूद भी नेपाल के लोग भारतीय प्याज को ही पसंद कर रहे हैं. नेपाल चीन से कुछ मात्रा में प्याज का आयात करता है लेकिन बाजार में उस प्याज की मांग नहीं है.
व्यापारियों का कहना है कि चीन से खरीदे गए प्याज का स्वाद अच्छा नहीं होता जिस कारण नेपाली बाजार में उसकी मांग कम है. नेपाली लोग भारतीय प्याज के लिए ज्यादा कीमत चुकाने को भी तैयार हैं.
भारत ने जब सितंबर 2019 में प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था तब नेपाल के बाजारों में उथल-पुथल मच गया था. प्याज की कीमतें रिकॉर्ड 250 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई थी. उस दौरान नेपाल के बाजारों में चीनी प्याज की बाढ़ आ गई थी लेकिन चीनी प्याज नेपाली बाजार में अपनी जगह नहीं बना पाया और भारतीय प्याज की मांग अब भी खूब बनी हुई है.
नेपाल में 200 रुपये किलो मिल रहा प्याज
भारत सरकार ने जैसे ही प्याज निर्यात पर प्रतिबंध की घोषणा की, नेपाल में प्याज की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं. नेपाल में अब खुदरा में प्याज की कीमतें 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गईं. प्याज की कालाबाजारी ने कीमतों को और बढ़ा दिया. हालांकि, अब इसमें थोड़ी नरमी आई है और प्याज की खुदरा कीमत 150 से 160 रुपये प्रति किलो है.