भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने पड़ोसी मु्ल्क पाकिस्तान को बड़ी पटखनी दी है. एक तरफ भारत की सेना ने पाकिस्तान के छक्के छुड़ा दिए थे. वहीं पाकिस्तानी आर्मी चीफ और फील्ड मार्शल आसिम मुनीर गलत तस्वीर की वजह से दुनियाभर में अपनी फजीहत करा रहे हैं. ऐसे में जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शहबाज सरकार के छक्के छुड़ाने के लिए प्लान तैयार किया है.
इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्थापक चेयरमैन अलीमा खान ने कहा कि इमरान खान ने बड़े आंदोलन के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं से कमर कसने का आह्वान किया है. इस आंदोलन की तारीख ही जल्द ही घोषणा की जाएगी.
अदियाला जेल में बंद इमरान से मुलाकात के बाद अलीमा ने कहा कि मैं लोगों से इस्लामाबाद कूच करने को नहीं कहूंगी बल्कि हम पूरे पाकिस्तान में बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे. उन्होंने कहा कि इमरान ने ये स्पष्ट किया है कि दो नाव में सवार लोगों की पार्टी में कोई जगह नहीं है और अब उन्हें फैसला करना है कि उन्हें किस तरफ रहना है.

उन्होंने अफसोस जताया कि इमरान खान को लेकर कोर्ट के आदेशों की लगातार अवहेलना की जा रही है. इमरान को अपने बच्चों से आठ महीने में एक बार ही बात करने की इजाजत दी गई है. इमरान की बहन को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है. अलीमा ने कहा कि इमरान ने कहा है कि अगर वह पूरी जिंदगी भी जेल में रहें तो भी वह नहीं झुकेंगे.
अलीमा ने कहा कि पीटीआई का पूरा फोकस शहबाज शरीफ सरकार को सत्ता से बेदखल करना है. शहबाज शरीफ की निष्क्रिय सरकार को धूल चटाने के लिए बड़ी तैयारी की जा रही है.
चीन की सेना की ड्रिल की तस्वीर पर हुई थी फजीहत
पाकिस्तानी सेना के चीफ आसिम मुनीर ने रविवार को उच्चस्तरीय डिनर का आयोजन किया था. इस डिनर पार्टी में आसिम मुनीर ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को एक तस्वीर भेंट की थी. इस तस्वीर को भारत पर पाकिस्तान के हमले का बताकर उन्हें गिफ्ट किया गया था. लेकिन यह तस्वीर असल में 2019 की थी.
शहबाज शरीफ को दी गई पांच साल पुरानी यह तस्वीर चीन की मिलिट्री की है, जिसे कई बार इस्तेमाल किया गया. लेकिन मुनीर ने इसे ऑपरेशन बुनयान के दौरान भारत पर हमले की तस्वीर बताया, जिसे लेकर अब वह जमकर ट्रोल हो रहे हैं.
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्ते रसातल तक पहुंचे हैं. भारत सरकार ने पाकिस्तान को सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार ठहराया है. 7 मई को सरकार ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी शिविरों को निशाना बनाया, जिसके बाद पाकिस्तान ने संघर्ष को और बढ़ा दिया और पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों में ड्रोन और मिसाइलों से सैन्य और रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया. लेकिन इसके बाद 10 मई को सीजफायर का ऐलान हो गया था.