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'तुम मुझे कभी पसंद नहीं करोगे': ऑस्ट्रेलियाई राजदूत पर भड़के ट्रंप, कहा- माफी मांगनी चाहिए

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ के साथ बैठक के दौरान वहां के राजदूत केविन रड पर तीखा हमला बोला. दरअसल, रड ने पहले ट्रंप को 'सबसे विनाशकारी राष्ट्रपति' कहा था, जिस पर ट्रंप ने जवाब दिया- 'मैं भी तुम्हें पसंद नहीं करता, शायद कभी नहीं करूंगा.'

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वाशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस के कैबिनेट कक्ष में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज के साथ बैठक के दौरान इशारा करते हुए. (Photo: Reuters)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वाशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस के कैबिनेट कक्ष में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज के साथ बैठक के दौरान इशारा करते हुए. (Photo: Reuters)

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दौरे पर आए ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ की बैठक उस वक्त असहज हो गई, जब एक पत्रकार ने इस ओर ध्यान दिलाया कि ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा राजदूत केविन रड ने 2020 में ट्रंप को 'सबसे विनाशकारी अमेरिकी राष्ट्रपति' कहा था.

पत्रकार द्वारा यह बात उठाने पर ट्रंप ने अल्बनीज़ के बगल में बैठे हुए कहा- 'मुझे उसके बारे में कुछ नहीं पता. अगर उसने कुछ गलत कहा है तो उसे माफी मांगनी चाहिए.'

'कहां है वो राजदूत?'

उन्होंने आगे पूछा, 'क्या किसी राजदूत ने मेरे बारे में कुछ बुरा कहा था?' फिर अल्बनीज से सवाल किया, 'वो कहां है? क्या वो अब भी तुम्हारे लिए काम कर रहा है?'

इस पर अल्बनीज़ ने रड की ओर इशारा करते हुए बताया कि वे ही वर्तमान में अमेरिका में ऑस्ट्रेलिया के राजदूत हैं. ट्रंप ने फिर रड को सीधे देखते हुए कहा- 'तुमने मेरे बारे में बुरा कहा?'

रड ने सफाई दी कि, 'वो बयान मैंने इस पद पर आने से पहले दिया था, मिस्टर प्रेसिडेंट.' लेकिन इससे पहले कि वे अपनी बात पूरी करते, ट्रंप ने उन्हें बीच में रोकते हुए कहा- 'मुझे तुम भी पसंद नहीं हो... और शायद कभी नहीं करूंगा.' इसके बाद उन्होंने रिपोर्टर से अगला सवाल पूछने को कहा.

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इस पूरे वाकये का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. रड ने 2021 में ट्रंप को 'village idiot' और 'सबसे विनाशकारी राष्ट्रपति' तक कहा था. यानी यह बयान उनके राजदूत बनने से पहले के हैं, लेकिन अब वही टिप्पणी राजनयिक असहजता का कारण बन गई है.

इस घटना से पहले दिन में ट्रंप और अल्बनीज़ ने अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के बीच 'दुर्लभ धातुओं और क्रिटिकल मिनरल्स के खनन और प्रोसेसिंग' को लेकर बड़ा करार किया. इस समझौते में 2 अरब डॉलर के निवेश की बात है, जिसका उद्देश्य चीन की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर पकड़ को कम करना है.

ट्रंप का चीन के प्रति कठोर रुख

यह डील उस समय आई है जब चीन ने अपनी व्यापार नीति कड़ी करते हुए उन कंपनियों से विशेष मंजूरी की मांग शुरू कर दी है जो इन मिनरल्स से बने उत्पादों का निर्यात करती हैं. इसके जवाब में ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर चीन ने यह नीति नहीं बदली तो अमेरिका 100% टैरिफ लगा देगा उन सभी चीनी सामानों पर जिनमें रेयर-अर्थ एलिमेंट्स होंगे.

फिलहाल, चीन दुनिया के दो-तिहाई से ज्यादा रेयर-अर्थ मिनरल्स का उत्पादन करता है और लगभग 90% प्रोसेसिंग पर उसका नियंत्रण है. ऐसे में उसके निर्णयों का सीधा असर वैश्विक हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई चेन पर पड़ता है.

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