7 अक्तूबर 2023 को हमास के आतंकियों ने इजरायल में घुसकर कत्लेआम मचा दिया था. हमास के लड़ाकों ने आसमान, जमीन और समुद्र के रास्ते इजरायल में मारकाट की थी. इस हमले में 1200 से अधिक इजरायली नागरिकों की मौत हुई थी और हमास ने लगभग 250 लोगों को बंधक बना लिया था. लेकिन अब हमास के इस हमले की वजह की पुष्टि हुई है.
द वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने इजरायल और सऊदी अरब के संबंधों को सामान्य बनाने के लिए दोनों देशों के बीच जारी वार्ता को बाधित करने के लिए यह हमला किया था.
गाजा में एक सुरंग से बरामद किए गए डॉक्यूमेंट्स से पता चला है कि हमास के नेता याह्या सिनवार एक बेहद बड़ा कदम ही इजरायल और सऊदी अरब के रिश्तों को ठीक होने से रोक सकता है और वह बड़ा कदम सात अक्तूबर का हमला था.

हमास की सुरंग से मिले डॉक्यूमेंट्स से पता चला है कि इजरायल पर 7 अक्तूबर के हमले से पांच दिन पहले हमास के राजनीतिक नेतृत्व की अहम मीटिंग हुई थी.
2023 में मिडिल ईस्ट का सबसे ताकतवर सुन्नी मुल्क सऊदी अरब, इजरायल के साथ मीटिंग करने जा रहा था. लेकिन हमास के इस हमले ने इस पर पानी फेर दिया. एक्सपर्ट्स का कहना है कि मिडिल का सबसे बड़ा शिया मुल्क ईरान ने इजरायल-सऊदी की इस डील को रोकने के लिए हमास के साथ मिलकर हमले की यह साजिश रची थी.
बता दें कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला कर दिया था. इस हमले में लगभग 1,200 इजरायली नागरिकों की मौत हो गई थी, जबकि लगभग 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, जवाबी कार्रवाई में इजरायल ने गाजा में एक भीषण सैन्य ऑपरेशन चलाया, जिसके कारण लगभग 42,000 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो गई. इजरायल और हमास के बीच संघर्ष ने 23 लाख की आबादी वाले इस इलाके की लगभग पूरी आबादी को विस्थापित कर दिया है, जिससे भुखमरी का संकट खड़ा हो गया है.