घाना के ईबो नोआ चर्चा में हैं. उन्होंने पहले भविष्यवाणी की थी कि 25 दिसंबर को भारी बारिश के साथ प्रलय आएगी. उन्होंने बाइबल में दर्ज नोआ की कहानी की जैसी ही भविष्यवाणी की और उसी अनुसार एक बड़ी नाव भी बना ली. बाइबिल में इसे आर्क ऑफ नोआ कहा गया है. यह वह नाव थी, जिसने प्रलय के समय जीवन को बचाया था. घाना के ईबो नोआ ने भी ऐसी ही बड़ी नाव बनाई, जिसकी तैयारी वह काफी समय से कर रहे थे. उन्होंने दावा किया था कि 25 दिसंबर को भारी बारिश के साथ प्रलय वाली बाढ़ आएगी और इस नाव में शरण लेकर ही लोग जान बचा सकते हैं. हालांकि नए अपडेट के मुताबिक, नोआ ने कहा कि प्रलय अभी टल गई है.
नाव पर बैठने के लिए लोगों का उमड़ा हुजूम
घाना से सोशल मीडिया पर आ रही कई वायरल वीडियो को देखें तो उनकी नाव में बैठने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ रहा है और लोग पहले से ही सीट्स बुक करा रहे थे. सवाल है कि आखिर ईबो नोआ कौन हैं, जिन्होंने इतना बड़ा धार्मिक दावा किया और उनके दावे को सच मानकर लोग वैसा ही करने भी लगे, जैसा ईबो ने कहा.
सोशल मीडिया पर धार्मिक बातों से चर्चा में आए
सोशल मीडिया पर दर्ज जानकारी के मुताबिक, ईबो नोहा (जिसे ईबो जीसस और इग्नो नोहा भी कहा जा रहा है) घाना के सेल्फ प्रोक्लेम्ड धर्मगुरु (स्वयंभू धर्मगुरु) हैं. हालांकि जिस तरह वह सोशल मीडिया के बज रील वाले ट्रेंड क्रिएटर हैं उन्हें एक तरीके से डिजिटल कंटेंट क्रिएटर ही मानना चाहिए. ईबो काफी समय से सोशल मीडिया पर धार्मिक बातें उठा रहे थे. उनके नाम से कुछ सोशल मीडिया हैंडल और अकाउंट हैं, जिनपर उनकी धार्मिक बातों की वीडियो अपलोड हैं.
प्रलय का दावा और नाव बनाने की बात हुई वायरल
ईबो के पुराने वीडियो खंगालें जो अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर हैं, उनमें वह डोनेशन की बात कर रहे हैं. फिर बीते अगस्त-सितंबर से वह आर्क ऑफ नोआ की बात करने लगते हैं. हालांकि वह इसकी बात पहले भी करते रहे हैं, लेकिन बीते लगभग छह महीने में उनके कंटेंट में आर्क ऑफ नोआ की बातें बार-बार दोहराई जाने लगी. वह कई बार धरती के खत्म होने और प्रलय आने जैसी बातें करते रहे. इसी बीच उनके कुछ ऐसे वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आए जिनमें ट्रकों में भरकर बड़े-बड़े लकड़ी के गुटके लदे हुए जा रहे हैं और वह लोगों से डोनेशन की अपील कर रहे हैं.वह कहते दिख रहे हैं कि आर्क बनाने का काम जारी है.
लोगों ने सवाल भी उठाए
हालांकि ऐसे वीडियो में कमेंट सेक्शन में लोग सवाल भी उठा रहे हैं कि आर्क बनाने के लिए इतना पैसा कहां से आ रहा है? कुछ लोग यह भी कमेंट कर रहे हैं कि कोई ट्रक भरकर लकड़ी के गुटके नहीं आ रहे, ये किसी भी रैंडम ट्रक के आगे वीडियो बनाकर अपलोड कर रहे हैं. हालांकि अक्टूबर-नवंबर में सोशल मीडिया पर नाव बनाने के भी कई वीडियो सामने आए. इसके बाद 10 नवंबर को तो ईबो नोआ ने यह कहकर तहलका मचा दिया कि 25 दिसंबर ही प्रलय का दिन होगा और बारिश बहुत भयंकर होगी, जो लगातार तीन साल तक होती रहेगी. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो और तस्वीरों ने उसे अंतरराष्ट्रीय पहचान दिला दी, हालांकि उसके दावों को लेकर संदेह और आलोचना भी उतनी ही तेज रहीं.
कैसी निजी जिंदगी? सोशल मीडिया पर कई दावे
घाना के ईबो नोवा लगभग 30 साल के हैं. सोशल मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक उनका जन्म घाना के केप कोस्ट में हुआ है. ये भी दावा है कि अकरा टेक्निकल यूनिवर्सिटी (ATU) से ईबो नोआ ने बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई भी की है. ईबो नोआ TikTok, Facebook जैसे प्लेटफॉर्म्स पर सक्रिय है, जहां वह धार्मिक संदेश, प्रार्थनाएं और नाव निर्माण से जुड़े वीडियो शेयर करते रहते हैं.
ईबो नोआ पहली बार बड़े पैमाने पर इसी साल के मध्य में तेजी से वायरल हुए थे. जब अगस्त के आसपास उसके वीडियो वायरल होने लगे. इन वीडियो में उसने दावा किया कि उसे ईश्वर से दैवीय दर्शन मिला है, जिसमें बताया गया है कि '25 दिसंबर 2025 (क्रिसमस डे)' से पूरी पृथ्वी पर तीन साल तक लगातार बाढ़ आएगी. उनका कहना था कि ईश्वर ने उसे आधुनिक समय का ‘नोआ’ चुना है और निर्देश दिया है कि वह लोगों और जानवरों को बचाने के लिए नावें बनाए. ईबो नोआ ने दावा किया कि उसने करीब '10 लकड़ी की नावें' बनाई हैं.
हालांकि '25 दिसंबर 2025' को उसने एक नया दावा किया. उसने कहा कि प्रार्थनाओं और मध्यस्थता के कारण ईश्वर ने इस घटना को टाल दिया है. उसने लोगों से अपील की कि वे घबराएं नहीं, अपने घरों में रहें और सामान्य तरीके से क्रिसमस मनाएं. उसने यह भी स्पष्ट किया कि वह न तो किसी से पैसे ले रहा है और न ही नावों में बैठने के लिए टिकट बेच रहा है.