ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत आ चुके हैं. भारत आने के बाद उन्होंने एक इंटरव्यू दिया है जिसमें उन्होंने खालिस्तान मुद्दा, रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत का रुख, प्रधानमंत्री मोदी के साथ रिश्तों समेत तमाम मुद्दों पर अहम टिप्पणी की है. इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि वो एक प्राउड हिंदू हैं और भारत में रहने के दौरान वो यहां के मंदिर में दर्शन के लिए जाएंगे.
अपने हिंदू होने पर क्या बोले सुनक?
ऋषि सुनक हमेशा से हिंदू धर्म से अपने जुड़ाव पर बात करते रहे हैं. समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में सुनक ने कहा, मुझे हिंदू होने पर गर्व है और मेरी परवरिश इसी तरह हुई है. उम्मीद है कि अपनी इस भारत यात्रा में मैं मंदिर भी जा पाऊं. हाल ही में मैंने और मेरे बहन-भाईयों ने रक्षाबंधन मनाया. अभी भी मेरे पास सारी राखियां हैं. हालांकि, इस बार वक्त की कमी की वजह से मैं अच्छी तरह से जन्माष्टमी नहीं मना पाया. लेकिन मैं मंदिर जाकर इसकी भरपाई जरूर कर सकता हूं.
सुनक ने कहा, ये सारी चीजें मेरे लिए काफी महत्वपूर्ण है. मुझे लगता है कि आस्था से हर किसी की जिंदगी आसान होती है, खासकर जब आपका काम मेरी तरह तनाव वाला हो. धार्मिक आस्था से आपमें एक तरह की मजबूती आती है.
रूस- यूक्रेन युद्ध में भारत के रुख पर सुनक की टिप्पणी
रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत तटस्थ रहा है जिस पर अमेरिका समेत पश्चिमी देश आपत्ति जताते रहे हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत के रुख पर ऋषि सुनक ने कहा, 'भारत अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर क्या रुख अपनाता है, ये मैं नहीं तय कर सकता हूं. मुझे ये जरूर पता है कि भारत अंतरराष्ट्रीय कानून और नियमों की परवाह करने वाला और क्षेत्रीय संप्रभुता का सम्मान करने वाला देश है. ये कुछ ऐसे सार्वभौमिक मूल्य हैं जो हम सभी साझा करते हैं. मुझे लगता है कि भारत भी इन सभी बातों में विश्वास रखता है.'
पीएम मोदी और भारत के साथ अपने रिश्तों पर सुनक
पीएम मोदी के साथ अपने रिश्तों पर बोलते हुए भारतीय मूल के ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी के लिए उनके मन में काफी सम्मान है.
उन्होंने आगे कहा, 'पीएम मोदी व्यक्तिगत रूप से मुझे बहुत मानते हैं. हम दोनों मिलकर भारत और ब्रिटेन के बीच एक व्यापार समझौते करने के लिए बहुत कड़ी मेहनत कर रहे हैं, क्योंकि हम दोनों सोचते हैं कि यह दोनों देशों के लिए अच्छा सौदा होगा. हम दोनों यह सुनिश्चित करने में लगे हैं कि कैसे यह दोनों देशों के लिए लाभ का सौदा हो. और इस तरह के मंचों पर, मैं यह सुनिश्चित करने में प्रधानमंत्री मोदी का साथ दूंगा कि जी 20 भारत के लिए एक बड़ी सफलता बने. और मैं जानता हूं कि यह होगा.'
सुनक के वंशज भारत से हैं और इसी वजह से वो भारत से जुड़ाव महसूस करते हैं.
भारत से अपने रिश्तों को लेकर उन्होंने कहा, 'भारत में वापस आना मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से बेहद खास है. यह एक ऐसा देश है जिससे मैं बहुत प्यार करता हूं, एक ऐसा देश जहां से मेरा परिवार है. मैं यहां ब्रिटेन का प्रतिनिधित्व करने और भारत के साथ संबंधों को मजबूत बनाने के तरीके खोजने आया हूं. मैं इस कोशिश में अपनी भूमिका निभाऊंगा कि भारत में जी-20 बेहद सफल हो.'
खालिस्तान मुद्दे पर सुनक की टिप्पणी
इंटरव्यू में ब्रिटेन में खालिस्तान समर्थकों के मुद्दे पर बात करते हुए सुनक ने कहा, 'मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि ब्रिटेन में किसी भी प्रकार का उग्रवाद या हिंसा स्वीकार्य नहीं है. और इसीलिए हम खालिस्तान समर्थक उग्रवाद से निपटने के लिए भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. मुझे नहीं लगता कि यह सही है. हमारे रक्षा मंत्री ने हाल ही में इसे लेकर भारत के अपने समकक्ष से बात की है.'
उन्होंने आगे कहा, 'हमने एक ग्रुप बनाया है जो इस तरह के हिंसक उग्रवाद को जड़ से खत्म करने के लिए खुफिया जानकारी साझा करती है. यह सही नहीं है और मैं इसे ब्रिटेन में बर्दाश्त नहीं करूंगा.'
भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते को लेकर बोले सुनक
सुनक के भारत आने से पहले उनके प्रवक्ता ने कहा कि भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते के लिए प्रवासन नियमों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. उन्होंने कुछ दिन पहले यह भी कहा था कि ब्रिटेन भारत के साथ तभी मुक्त व्यापार का समझौता करेगा जब इससे पूरे ब्रिटेन को फायदा होगा. अब सुनक ने भी इस संबंध में टिप्पणी की है.
उन्होंने कहा है, 'मोदी जी और मैं दोनों ही चाहते हैं कि हमारे देशों के बीच एक व्यापक और महत्वाकांक्षी व्यापार समझौता हो. हम दोनों सोचते हैं कि एक अच्छा सौदा किया जाना बाकी है. लेकिन व्यापार सौदों में हमेशा समय लगता है, क्योंकि इसे दोनों देशों के लिए लाभ का सौदा होना होगा. हालांकि हमने काफी प्रगति की है लेकिन अभी भी कड़ी मेहनत बाकी है..'