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'कराची, लाहौर में उड़ान भरना खतरनाक', ईयू की एजेंसी ने जारी की चेतावनी तो भड़का पाकिस्तान

पाकिस्तान की सुरक्षा स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. वहां अंतरराष्ट्रीय विमानों का उड़ान भरना भी खतरे से खाली नहीं रह गया है. इसे देखते हुए यूरोपीय एजेंसी ने एक चेतावनी जारी कर एयरलाइंस को खतरे के बारे में आगाह किया था. इस चेतावनी को लेकर पाकिस्तान भड़क गया है.

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पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में विमानों की सुरक्षा पर लगातार सवाल उठते रहे हैं (Photo- Reuters)
पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में विमानों की सुरक्षा पर लगातार सवाल उठते रहे हैं (Photo- Reuters)

पाकिस्तान के एयर स्पेस में उड़ान भरना विमानों की सुरक्षा के लिए एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है. रविवार को यूरोपीय संघ विमानन सुरक्षा एजेंसी (EASA) ने पाकिस्तान के कई शहरों के एयर स्पेस में कम ऊंचाई पर उड़ान भरते समय यूरोपीय एयरलाइंस को 'हाई रिस्क' की चेतावनी दी थी. EASA ने एयरलाइंस को चेताते हुए कहा था कि लाहौर और कराची के ऊपर से उड़ान भरते समय विमानों को एफएल 260 ऊंचाई (26,000 फीट) से नीचे न उड़ाया जाए. इस चेतावनी पर पाकिस्तान भड़क गया है.

रविवार देर शाम पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (CAA) ने इन दावों को खारिज कर दिया. प्राधिकरण ने कहा कि देश का हवाई क्षेत्र सभी वाणिज्यिक उड़ानों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है.

सीएए के प्रवक्ता ने कहा, 'ईएएसए ने पाकिस्तान को यूरोपीय एयरलाइंस के लिए किसी भी खतरे के बारे में सूचित नहीं किया है.'

हिंसक समूह विमानों को पहुंचा सकते हैं नुकसान

EASA ने यूरोपीय एयरलाइंस को चेतावनी दी थी कि पाकिस्तान के कुछ हिंसक समूहों के पास विमानों को नुकसान पहुंचाने वाले हथियार हैं जो खतरा पैदा कर सकते हैं.

यूरोपीय संघ विमानन सुरक्षा एजेंसी की तरफ से जारी एडवाइजरी में कहा गया था, 'नागरिक उड्डयन के लिए लगातार संभावित खतरा बना हुआ है, जिसके कारण 260 से नीचे की ऊंचाई पर विमानों को उड़ाने में उच्च जोखिम है.'

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EASA ने यूरोपीय एयरलाइंस से कहा कि उन्हें कराची और लाहौर के ऊपर से उड़ान भरते समय सावधान रहना चाहिए. एडवाइजरी में चेतावनी दी गई कि विमानों को तोपों और मिसाइलों से प्रभावित होने का खतरा है. इससे बचने के लिए पायलटों को 26,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरने की सलाह दी गई है.

'पहले अपने गिरेबां में झांके'

पाकिस्तान के एयरक्राफ्ट ओनर्स ऑपरेटर्स एसोसिएशन (AOOA) ने इस निर्देश पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे वापस लेने की मांग की है. एसोसिएशन ने EASA को पहले अपने गिरेबां में झांकने की सलाह दे डाली है.

एओओए के संस्थापक इमरान असलम खान ने ईएएसए के निर्देशों को 'गैरजिम्मेदाराना' बताया और कहा कि हर दिन बहुत सी एयरलाइंस पाकिस्तानी हवाई अड्डों से उड़ान भरती हैं.

उन्होंने यूरोपीय एजेंसी पर निशाना साधते हुए कहा, 'ईएएसए को पहले यूरोपीय हवाई क्षेत्र की निगरानी करनी चाहिए. यूक्रेन-रूस युद्ध के बाद यूरोपीय हवाई क्षेत्र विमानों के लिए सुरक्षित नहीं है और कई एयरलाइनों ने अपने रास्ते बदल दिए हैं.'

हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब यूरोपीय एजेंसी ने ऐसी सलाह जारी की है. इसी तरह की एक सलाह पिछले साल नवंबर में जारी की गई थी, जिसमें सिफारिश की गई थी कि सभी ऑपरेटर पाकिस्तान में उड़ान भरते समय 'अत्यधिक सावधानी' बरतें और 24,000 फीट से नीचे उड़ान न भरें. 

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