रूस के विदेश मंत्री सेर्गेई लावरोव ने BRICS विदेश मंत्रियों की बैठक में UNSC में भारत के सुधार की अपील का समर्थन किया है. उन्होंने खासतौर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में सुधार की जरूरतों पर जोर दिया और भारत और ब्राजील को स्थायी सदस्यता देने की वकालत की. उन्होंने कहा कि इस बदलाव से अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका के देशों को ज्यादा प्रतिनिधित्व देने का रास्ता तय करेगा.
रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने कहा, "हम UNSC सुधारों के पक्षधर हैं और मानते हैं कि विश्वस्तरीय संवाद और सहयोग के लिए भारत और ब्राजील जैसे देशों को स्थायी सदस्यता मिलनी चाहिए." इस बैठक में लावरोव ने अपने ब्राजीली मंत्री माउरो विएरा से भी मुलाकात की और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की.
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ब्रिक्स की बैठकें ब्राजील में हो रही हैं!
ब्रिक्स की बैठकें इस बार ब्राजील में हो रही हैं, और यहां रियो डी जेनेरियो में सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने शिरकत की. भारत के विदेश मंत्री आंतरिक समस्याओं की वजह से इस बैठक में नहीं गए हैं, जबकि भारतीय शेरपा भारत का इस बैठक में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.
भारत-रूस इन क्षेत्रों में कर रहे काम!
भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार चैंबर के अध्यक्ष मनप्रीत सिंह नागी ने इस बीच ब्रिक्स टीवी से कहा, "उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा अगले साल से वैश्विक व्यापार को बदल सकता है." उन्होंने यह भी बताया कि 2024 में इंडोनेशिया को BRICS का पूर्ण सदस्य बनने के लिए आमंत्रण दिया गया. उन्होंने बताया कि, इसका प्रमुख कारण यह था कि यह समूह उन देशों को आकर्षित करता है जो समान और आपसी लाभकारी सहयोग की कोशिशों में जुटे हैं.
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मंजीत नेगी ने बताया कि, भारत भी सक्रिय रूप से अपने BRICS साथी देशों के साथ सहयोग को और गहरा कर रहा है. उनके मुताबिक, भारत और रूस के बीच विज्ञान, शिक्षा, संस्कृति, और अर्थव्यवस्था के क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाओं का विकास हो रहा है.