भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने गुरुवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से क्रेमलिन में मुलाकात की. ये मीटिंग ऐसे समय में हुई जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी तेल खरीद पर प्रतिक्रिया स्वरूप भारत पर भारी टैरिफ (50%) लगाने का ऐलान किया है.
क्रेमलिन प्रेस सर्विस के अनुसार भारत और रूस ने द्विपक्षीय सुरक्षा वार्ता के दौरान रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमति जताई. ये वार्ता ऐसे समय पर हुई जब ट्रंप प्रशासन ने भारत से आने वाले सामानों पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाने का आदेश जारी किया है. लिहाजा ट्रंप ने भारत पर कुल 50% टैरिफ लगाया है.
इतना ही नहीं, अमेरिका ने चेतावनी दी है कि अगर रूस ने यूक्रेन युद्ध (जो अब चौथे वर्ष में है) को शुक्रवार तक समाप्त नहीं किया, तो वह रूसी तेल खरीदने वाले देशों पर सेंकेडरी सेंक्शन (द्वितीयक प्रतिबंध) भी लागू कर सकता है. भारत पर टैरिफ दो चरणों में लागू होगा.पहला 25% टैरिफ 7 अगस्त से लागू हो गया है, जबकि दूसरा फेज 21 दिनों बाद यानी 27 अगस्त से शुरू होगा.
भारत की तीखी प्रतिक्रिया
भारत ने टैरिफ को दुर्भाग्यपूर्ण और अनुचित करार देते हुए अपने हितों की रक्षा का ऐलान किया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इसे अनुचित, अन्यायपूर्ण और असंगत बताया और कहा कि भारत अपनी आर्थिक संप्रभुता की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा.
अमेरिका का दोहरे मापदंड
बता दें कि अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने के आरोप भी लगे हैं, क्योंकि वह खुद भी रूसी यूरेनियम हेक्साफ्लोराइड, पैलेडियम और उर्वरक का आयात कर रहा है.
पीएम मोदी का सख्त संदेश
एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के किसानों के हक में बड़ा बयान दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लिए किसानों के हितों की रक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. भारत किसानों, मछुआरों और डेयरी किसानों के हितों से कभी समझौता नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि उन्हें पता है कि इसकी भारी कीमत उन्हें चुकानी पड़ेगी और वे इसके लिए तैयार हैं.