छांगुर बाबा को रिमांड पर भेजा गया है और शुरुआती पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है. छांगुर बाबा भारत-नेपाल सीमा पर इस्लामी दवा केंद्र बनाने की तैयारी कर चुका था. इसका असल मकसद धर्मांतरण का अड्डा खड़ा करना था. एटीएस सूत्रों के अनुसार, इसके लिए फंडिंग शुरू हो चुकी थी.