scorecardresearch
 

'मिनी स्कर्ट और कटी-फटी जींस पहनकर न आएं...', यूपी के इस मंदिर में लगे पोस्टर

इटावा जिले के काली बांह मंदिर प्रशासन ने जगह-जगह पोस्टर लगवाए हैं. इन पर लिखा गया है कि महिला हो या पुरुष सभी फुल, ढके हुए कपड़े पहनकर ही मंदिर में प्रवेश करें. हर हिंदू को अपनी संस्कृति के अनुसार नियमों का पालन करना चाहिए. यह महिला और पुरुष दोनों के लिए चेतावनी है. जो लोग इसको पढ़ेंगे, वो अपने घर, परिवार और रिश्तेदारों को मार्गदर्शन करेंगे.

Advertisement
X
मंदिर में लगा पोस्टर.
मंदिर में लगा पोस्टर.

यूपी के इटावा जिले में काली बांह मंदिर को सिद्ध पीठ माना जाता है. दूर-दूर से लोग यहां आते हैं. मंदिर प्रशासन ने जगह-जगह पोस्टर चिपकाए हैं. इन पर साफ तौर पर लिखा गया है कि महिला हो या पुरुष सभी फुल, ढके हुए कपड़े पहनकर ही मंदिर में प्रवेश करें. बरमूडा, नाइट सूट, मिनी स्कर्ट, कटी-फटी जींस और अमर्यादित कपड़े पहनकर न आएं. 

मंदिर प्रशासन के अनुसार, इस तरह के कपड़े पहनकर लोग संस्कृति को दूषित करने के साथ ही धार्मिक और आध्यात्मिक स्थिति को भी भ्रमित करते हैं. इसलिए चेतावनी देते हुए मंदिर में पोस्टर लगाए गए हैं. संस्कृति को बचाकर अपने धर्म के नियमों का पालन करें.

'पूरे कपड़े पहनकर मंदिर में प्रवेश करना चाहिए'

सिद्ध पीठ के प्रमुख महंत सचिन गिरी ने कहा कि मंदिरों में सनातन धर्म के अनुसार ही आना चाहिए. जो महिलाएं छोटे कपड़े पहनकर मंदिरों में आती हैं, उससे अन्य लोग भ्रमित होते हैं और उनका ध्यान भटकता है. हमारी संस्कृति कहती है कि हम लोगों को पूरे कपड़े पहनकर मंदिर में प्रवेश करना चाहिए. 

'महिला और पुरुष दोनों के लिए चेतावनी'

उन्होंने कहा कि हर हिंदू को अपनी संस्कृति के अनुसार नियमों का पालन करना चाहिए. यह महिला और पुरुष दोनों के लिए चेतावनी है. जो लोग इसको पढ़ेंगे, वो अपने घर, परिवार और रिश्तेदारों को मार्गदर्शन करेंगे. जिस तरह से लड़के, लड़कियां हाफ पैंट, फटी जींस पहनकर आते हैं, वो सही नहीं है. महिलाओं को साड़ी या सूट में मंदिर आना चाहिए.

Advertisement

एक स्थानीय भक्त ने कहा कि वो इस मंदिर से करीब 30 साल से जुड़ा है. प्रतिदिन पूजा करने आता है. मंदिर के बाहर जो पोस्टर लगाए गए हैं, वो बिल्कुल सही हैं. सभी को पूरे कपड़े पहनकर ही मंदिर में आना चाहिए और मर्यादा में रहना चाहिए.

 

Advertisement
Advertisement