लखनऊ के गाजीपुर थाना क्षेत्र से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. जहां सिर्फ 101 रुपए के लिए एक रिकवरी एजेंट की बेरहमी से हत्या कर दी गई. कत्ल करने वाले कोई और नहीं बल्कि उसके रूम पार्टनर और दो दोस्त थे. मृतक की पहचान 24 वर्षीय शशि प्रकाश उपाध्याय के रूप में हुई है.
तीसरा आरोपी अब भी फरार
शशि प्रकाश अंबेडकर नगर का रहने वाला था और इंदिरानगर में किराए पर रहता था. बुधवार रात उसका शव घर से करीब 200 मीटर दूर चौराहे पर खून से लथपथ मिला. जिससे इलाके में हड़कंप मच गया. पुलिस ने रविवार को केस का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि तीसरा आरोपी अभी भी फरार है.
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पकड़े गए अखिलेश कुमार और प्रिंस उर्फ अरुण यादव ने पूछताछ में बताया कि पैसों के लेन-देन में विवाद हुआ था. तीसरा आरोपी अंगद है, जो अभी फरार है. प्रिंस, शशि का रूम पार्टनर भी था. चारों एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते थे और 19 नवंबर की रात इंदिरानगर सेक्टर-8 चौराहे पर वारदात को अंजाम दिया.
जानें पूरा मामला?
डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि शशि ने आरोपी अंगद को जूते खरीदने के लिए 800 रुपए उधार दिए थे, जिनमें से 101 रुपए बाकी थे. उसी को वापस करने के बहाने तीनों ने शशि को बुलाया. पैसों की बात पर बहस शुरू हुई, फिर मारपीट होने लगी. इसी दौरान एक शीशे का टुकड़ा उठाकर शशि के सिर पर मारा गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
इसके बाद आरोपी रात में ही भाग निकले. पूछताछ में सामने आया कि शशि ने ही तीनों को नौकरी दिलवाई थी. अखिलेश और प्रिंस उसके अंडर पार्ट-टाइम काम करते थे. वारदात के बाद आरोपी लखनऊ छोड़कर भागने की फिराक में थे.